कोरोना वायरस के संंबंध में मेडिकल कालेज की टीम ने दी जानकारी, वायरस से बचाव तथा होम आइसोलेशन के तरीके भी बताए  

रायगढ़, 6 मार्च2020/ कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के दिशा-निर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी के मार्गदर्शन में गत दिवस कोरोना वायरस के संबंध में बैठक आयोजित हुई। इस मौके पर मेडिकल कालेज रायगढ़ के डॉ.गणेश पटेल, डॉ.अनमोल मिंज तथा डॉ.राकेश कुमार ने कोरोना वायरस के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरसों का एक समूह है, जिससे संक्रमित होने पर व्यक्ति में बुखार, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना, जुकाम, सीने में जकडऩ, खांसी, सिरदर्द, निमोनिया जैसे लक्षण दिखने लगते है। कोराना वायरस खांसने या छीकने से निकलने वाले वाटर ड्रापलेट्स से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खुली जगह में छींकने या खांसने से, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, गले लगने से, संक्रमित जगह से संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुंह व नाक को छूने से यह फैलता है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए-
क्या करें

अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें, साबुन से लगातार हाथ धोते रहें, एक दूसरे से दूरी बनाये रखे, अपनी आंखों, नाक व मुंह को छूने से बचे, छीकनें और खांसने के दौरान अपना मुंह कोहनी से ढ़के, जब आपके हाथ गंदे दिखे तब अपने हाथों को साबुन और बहते पानी से धोएं, प्रयोग के तुरंत बाद टिशू को किसी बंद डिब्बे में फेंक दें एवं अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर से मिले।
क्या न करें
यदि आपको खांसी या बुखार हो तो किसी से संपर्क में न आएं, सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, जीवित पशुओं से संपर्क या कच्चे अथवा अधपके मांस के सेवन से बचें, खेतों की यात्रा जीवित पशुओं के बाजारों में या जानवरों के वध किए जाने वाले स्थलों पर न जाएं।
वे सभी यात्री जिन्होंने 1 जनवरी 2020 के पश्चात चीन, थाईलेण्ड, मकाऊ, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, ताईवांड, अमेरिका, जापान, मलेशिया, फ्रांस, वियतनाम, कम्बोडिया, कनाडा, नेपाल या श्री लंका की यात्रा की हो और उनमें बुखार, सर्दी, खांसी या सास लेने में तकलीफ हो या यात्रा से वापस आने के 28 दिन के भीतर उक्त लक्षण दिखाये दे तो जिला चिकित्सालय अथवा मेडिकल कालेज में संपर्क कर अपना इलाज करवाये। उक्त देशों की यात्रा से लौटे तथा कोरोना वायरस के संक्रमण जैसे लक्षण पाये जाने पर व्यक्ति को संदिग्ध मानकर 28 दिवस के होम आइसोलेशन में रखा जाता है।
होम आइसोलेटेड व्यक्ति को क्या करना है-
व्यक्ति एक अलग हवादार व स्वच्छ कमरे में रहे। खांसते व छीकते समय रूमाल का उपयोग करें, नियमित रूप से हाथ धोए तथा प्रयोग किए हुए कपड़ों को साबुन से धोकर अच्छे से सुखाए। अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थ ले।
होम आइसोलेटेड व्यक्ति को क्या नहीं करना है-
ऐसे व्यक्ति भीड़ वाले स्थान में न जाए, घर के सार्वजनिक स्थानों जैसे कीचन, हाल का उपयोग कम करें। परिवार के अन्य सदस्यों से एक मीटर की दूरी बनाकर रहे। हाथ व चेहरा नियमित रूप से धोये। घर में बाहरी व्यक्ति या मेहमानों को न बुलाये। किसी बर्तन में ही छींके या थूके, जिससे संक्रमण का खतरा कम से कम हो।
अधिक जानकारी के लिए शासकीय जिला चिकित्साल से अथवा राज्य सर्वेलेंस इकाई के दूरभाष नंबर 0771-2235091, 9713373165 या टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क कर सकते है।


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