राष्ट्र निर्माण में हरसंभव योगदान देेने के लिए जेएसपी समूह प्रतिबद्ध: नवीन जिंदल

जिंदल स्टील एंड पाॅवर के रायगढ़ संयंत्र में मनाया गया गणतंत्र दिवस
प्रबंध निदेशक बिमलेन्द्र झा ने किया ध्वजारोहण, चेयरमैन नवीन जिंदल का संदेश सुनाया

रायगढ़. जिंदल स्टील एंड पाॅवर के रायगढ़ संयंत्र में गणतंत्र दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। मुख्य समारोह में जेएसपी समूह के प्रबंध निदेशक बिमलेन्द्र झा ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। उन्होंने कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल का संदेश भी सुनाया। अपने संदेश में श्री जिंदल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में अपना हरसंभव योगदान देने के लिए जेएसपी समूह प्रतिबद्धता के साथ समर्पित है। समारोह के अंत में एमडी श्री झा एवं रायगढ़ संयंत्र के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने विगत वर्ष बेहतर प्रदर्शन करने वाले विभागों को पुरस्कृत भी किया।
जेएसपी परिसर स्थित पोलो ग्राउंड में गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह का आयोजन किया गया। सुबह ठीक 8 बजे समारोह के मुख्य अतिथि समूह के मैनेजिंग डायरेक्टर बिमलेन्द्र झा ने एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सब्यसाची बंद्योपाध्याय की उपस्थिति में ध्वजारोहण किया। इसके बाद सभी ने एक स्वर में राष्ट्रगान गाया। मुख्य अतिथि ने कंपनी के सुरक्षा गाड्र्स की परेड की सलामी ली। इसके बाद उन्होंने जेएसपी परिवार के नाम कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल का संदेश पढ़कर सुनाया। अपने संदेश मंे श्री जिंदल ने कहा कि ‘आज जिंदल स्टील एंड पाॅवर, नए मिशन, विजन और वैल्यूज के साथ नई बुलंदियों तक पहुंचने की तैयारी में है। इसमें जेएसपी परिवार के सभी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। जेएसपी समूह ने आज देश-विदेश मंे 1 लाख करोड़ रूपये से अधिक का निवेश कर लगभग 3 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। समूह का लक्ष्य 2025 तक 15 मिलियन टन और 2030 तक 30 मिलियन टन स्टील उत्पादन क्षमता हासिल  करना है। साथ ही वर्ष 2035 तक हम नेट जीरो एमिशन का लक्ष्य भी हासिल करने की तैयारी में हैं। कंपनी क्लीन कोल तकनीक के तहत कोल गैसीफिकेशन प्लांट-डीआरआई के माध्यम से इस्पात उत्पादन बढ़ाने की पहल कर रही है। अंगुल में स्थापित समूह के सीजीपी-डीआरआई संयंत्र में देश-विदेश से लोेग आकर स्टील उत्पादन की इस तकनीक पर शोध कर रहे हैं। हम अपने अन्य संयंत्रों में भी इस तकनीक का विस्तार करने पर विचार कर रहे हैं। काॅमर्शियल कोल माइनिंग के विस्तार से कोल गैसीफिकेशन योजना देश में स्टील के साथ पाॅवर और कृषि क्षेत्र में भी नए आयाम स्थापित करेगी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। कार्बन फुटप्रिंट घटाने के लिए कंपनी अपना 40 प्रतिशत से अधिक स्टील उत्पादन इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस के माध्यम से कर रही है।‘ श्री जिंदल ने विगत वर्ष अर्जित की गई उपलब्धियांें के लिए समूह के सभी संयंत्रों की टीम को बधाई देते हुए आगे और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। श्री जिंदल के संदेश के बाद प्रबंध निदेशक श्री झा ने अपनी बात रखते हुए कंपनी के नए मिशन, विजन और कोर वैल्यूज के बारे में समझाया।

जेएसपी रायगढ़ के कार्यपालन निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने अपने उद्बोधन में विगत वर्ष मंे रायगढ़ संयंत्र के विभिन्न विभागों द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने टीमवर्क के साथ काम करने के लिए सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि सही तरीके से काम करते हुए हम बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में आशा- द होप की चंचला पटेल ने मां तुझे सलाम… गीत पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। ओपी जिंदल स्कूल, रायगढ़ की शिक्षिका सुश्री रिम्पा बनर्जी ने ‘ओ देश मेरे…‘ और संगीत शिक्षक जगमोहन पटेल ने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां‘ व ‘संदेसे आते हैं‘ गीत गाकर समां बांध लिया। पोलो ग्राउंड मंे जेएसपी े हार्टिकल्चर विभाग द्वारा एक पुष्प प्रदर्शनी भी लगाई गई। अतिथियों ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी सभी के आकर्षण का केंद्र रही।

उत्कृष्ट प्रदर्शन पर किया गया विभागों को पुरस्कृत
जेएसपी के प्रबंध निदेशक बिमलेन्द्र झा एवं कार्यपालन निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने विगत वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभागों को पुरस्कृत किया। पुरस्कृत होने वाले विभागों में ब्लास्ट फर्नेस, स्टील मेल्टिंग शाॅप, प्लेट मिल, स्पेशल प्रोफाइल मिल, रेल मिल, सब-मर्ज आर्क फर्नेस, कस्टमर सर्विसेस एवं लाइजन-पीआर शामिल रहे। इसके साथ ही सिक्योरिटी के सुनील सिंह, वीर बहादुर राय, हरिशंकर तिवारी, सुनील सिंह, राजीव कुमार और नंदकिशोर स्वामी को भी पुरस्कृत किया गया।

23 जनवरी को मनाया जाना चाहिए राष्ट्रीय ध्वज दिवस
जेएसपी के चेयरमैन नवीन जिंदल ने अपने संदेश में कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को गर्व के साथ तिरंगा फहराने का अधिकार हासिल हुए 19 वर्ष बीत चुके हैं। हमारे देश में कई दिवस मनाए जाते हैं, लेकिन अब तक राष्ट्रीय ध्वज दिवस नहीं है। हमें साल का एक दिन राष्ट्रीय ध्वज को समर्पित करने के बारे में भी सोचना चाहिए। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत का भी राष्ट्रीय ध्वज दिवस होना चाहिए और इसके लिए तिरंगे की आजादी की तारीख, यानी 23 जनवरी का दिन सबसे उपयुक्त होगा। 23 जनवरी से 26 जनवरी के बीच हर साल पूरे देश मंे राष्ट्रीय ध्वज सप्ताह मनाया जाना चाहिए। इससे देश के सभी नागरिकों को तिरंगे के साथ अपने रिश्ते को अभिव्यक्त करने का अवसर मिलेगा।
एसएसडी पूंजीपथरा में भी हुआ ध्वजारोहण
जिंदल स्टील एंड पाॅवर की पूंजीपथरा स्थित स्टील स्ट्रक्चरल डिवीजन में भी धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया। यहां संयंत्र प्रमुख कौशल शर्मा ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। उन्होंने कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल का संदेश पढ़कर कर्मचारियों को सुनाया।

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