जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में 16 साल के किशोर की मौत, बालको कर्मी ने भी दम तोड़ा, रिपोर्ट आने तक शव अस्पताल में ही रहेंगे

कोरोना जांच के लिए मृतकों के लिए जा रहे हैं सैंपल, बालको कर्मी को लकवा हो जाने की वजह से लाया गया था अस्पताल

कोरबा. शहर में कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच दो लोगों की जान चली गई। जिला अस्पताल में एक 16 साल के किशोर और भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बाल्को)  प्लांट के कर्मचारी युवक की मौत हो गई। युवक को लकवे की वजह से अस्पताल लाया गया था। नाबालिग को अस्पताल के कोरोना आईसोलेशन सेक्शन में रखा गया था। भूपेश लहरे नाम के युवक के परिजन के मुताबिक गुरुवार की रात उसे हॉस्पिटल लाया गया था। अस्पताल चौकी प्रभारी भेशदास महंत ने बताया हॉस्पिटल के मेमो के आधार पर मृतकों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं।

अब जब तक इनकी रिपोर्ट नहीं आ जाती, शव अस्पताल में ही रहेंगे। रिपोर्ट के बाद ही शवों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा जाएगा। 16 साल के बच्चे को सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ पर शनिवार को सुबह परिजन अस्पताल लेकर आए थे। कोरोना के लक्षण की वजह से किशोर को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। सिविल सर्जन अरुण तिवारी का कहना है कि एम्स रायपुर से रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन का वक्त लग सकता है।


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