कवर्धा। कबीरधाम के बहेराखार बांध का पानी छोड़ने से आस-पास के चार गांव के करीब 400 एकड़ खेत में पानी भर गया है. जिससे पूरा फसल बर्बाद होने की कगार पर आ गया है. ऐसे में किसानों को फसल की चिंता सताने लगी है. मामला जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को लगने पर कवर्धा से टेक्निकल टीम रवाना किया गया है.
दरअसल नहर का गेट खराब होने के बावजूद उसे सुधारा नहीं गया. जिस कारण से बहाव तेज हो गया है. अब लगातार पानी बहने की वजह से बांध खाली होने का खतरा बना हुआ है. रविवार रात से मुख्य गेट जाम होने के कारण नहर से लगातार पानी बहता रहा. आज सुबह पानी का बहाव अधिक होने के कारण मुख्य नहर का दीवार भी फूट गया जिससे पानी खेतों में जा घुसा है. पानी के कारण ग्राम पंडरिया जंगल, भिभौरी व उसरवाही सहित कई गांवों के 400 से अधिक एकड़ की फसल में पानी भर चुका है. खड़ी फसल में पानी भरने से किसानों को नुकसान होने की आशंका बनी हुई हैं.
बता दें कि बहेराखार बांध कबीरधाम जिले मध्यप्रदेश सीमा से लगे गांव में जरूर बना है. लेकिन यह अविभाजित मध्यप्रदेश के पहले बना था. ऐसे में इस बांध का ज्यादातर पानी मध्यप्रदेश के मलाजखंड में बने लौह प्लांट अंतर्गत ताम्र परियोजना को दिया जाता है. पानी के बदले मलाजखंड परियोजना से जिले के जल संसाधन विभाग को भी मोटी रकम मिलती है, लेकिन बांध के रख रखाव पर कभी भी ध्यान नहीं दिया गया.
यही कारण है कि आज थोड़े से पानी के दबाव में ही गेट जाम हो गया. जल्द ही बांध के गेट को बंद नहीं किया गया, तो बांध पूरी तरह से खाली होने का डर तो बना ही है. इसके साथ ही आसपास के गांव में भी पानी घुसने की आशंका बनी हुई है. फिलहाल रायपुर से भी टेक्निकल टीम को बुलाया गया है. टीम के आने के बाद भी गेट ठीक हो पाएगा.