रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के शनिवार देर रात तक 44 नए मामले सामने आए हैं। इनमें राजनांदगांव से 10, बिलासपुर से 9, मुंगेली से 9, सरगुजा से 3, कोरिया व रायगढ़ से 4-4, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही से 3 और जशपुर व बलौदाबाजार से 1-1 पॉजिटिव मरीज़ की पुष्टि हुई है। जशपुर व गौरेला पेंड्रा मरवाही में यह पहला केस है। प्रदेश में अब एक्टिव केस की संख्या 152 हो गई है। वहीं एम्स रायपुर से बालाेद के 2 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।
वहीं मुंगेली स्थित क्वारैंटाइन सेंटर में एक मजदूर की मौत हो गई है। मजदूर कोरोना संदिग्ध था। मजदूर को तेज बुखार और डायरिया था। उसका सैंपल जांच के लिए भिजवाया गया है। रिपोर्ट आने के बाद पोस्टमार्टम होगा। तीन दिन पहले उसके नवजात बच्चे ने भी बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
11 मई के बाद पहुंचे मजदूर फिर बढ़े मामले, 1 से 17 होने में लगे 67 दिन
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। अकेले शुक्रवार काे ही प्रदेश में 40 नए केस आए, जो कि अब तक सबसे ज्यादा हैं। ये सभी प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बाहर से आए क्वारैंटाइन मजदूर हैं। संक्रमण के 90 फीसदी केस महाराष्ट्र और गुजरात से आए श्रमिकों के हैं। आंकड़ों की बात करें तो लॉकडाउन फेज-4 के 6 दिन में 80 नए मामले सामने आ चुके हैं। पहले 45 दिन में 50 नए मरीज आए, उसके बाद महज 25 दिन में यह आंकड़ा 153 पर पहुंच गया। वहीं, प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमितों के लिए 6000 बेड की व्यवस्था की है।प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 178 पहुंच गया है। पहली बार एक्टिव केस 100 से ज्यादा हो गए हैं। प्रदेश में कोरोना की पहली मरीज 18 मार्च को रायपुर में मिली थी। इसके 42 दिनों बाद कुल 52 मरीज हुए। इसके 18 दिनों बाद यानी 19 मई को मरीजों की संख्या 102 पहुंच गई। इसके केवल चार दिनों बाद मरीजों की संख्या 178 हो गई। यानी प्रदेश में कोरोना को एक से 178 तक सफर करने में केवल 68 दिन लगे। हालांकि, इस बीच 62 मरीज भी स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। ज्यादातर मामले प्रवासी श्रमिकों के हैं। उनके घर लौटने के साथ ही मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है।
- कोरबा समेत दूसरे जिलों में जो नए मरीज मिले हैं, सभी प्रवासी मजदूर हैं। इनमें लगभग 80 फीसदी महाराष्ट्र, 10 फीसदी गुजरात व बाकी अन्य स्थानों से आए हैं।
- प्रदेश में एक भी जिला रेड जोन में नहीं है, लेकिन जिलों के अंतर्गत ब्लॉक को रेड और ऑरेंज जोन में चिन्हित किया गया है। हर साेमवार को इसकी समीक्षा की जाएगी।
- महाराष्ट्र व गुजरात से ट्रेन व सड़क मार्ग से आने वाले मजदूरों में संक्रमित मिलने की रफ्तार बढ़ने लगी है। राज्य के 14 जिलों के कई ब्लॉक रेड जोन में आ गए हैं।
छत्तीसगढ़ में कोरोना
प्रदेश में शुक्रवार रात करीब 9 बजे एम्स ने 20 नए मामलों की पुष्टि की थी। इसमें बलौदाबाजार से 6 नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा बालोद से 4, कवर्धा 5, बलौदाबाजार 4, गरियाबंद 3, दुर्ग और राजनांदगांव से 2-2 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। इससे पहले सुबह कोरबा से 12, कांकेर से 3 और बेमेतरा से 1 मरीज मिले थे। अभी तक इनमें से 64 लोग ठीक होकर घर लौटे हैं।
- 216 संक्रमित मिले : दुर्ग-12, राजनांदगांव-22, बालोद-18, कवर्धा-13, रायपुर-8, बलौदाबाजार-15, गरियाबंद (राजिम)-4, बिलासपुर-25, रायगढ़-9, कोरबा- 41, जांजगीर-12, मुंगेली-12, सरगुजा-6, कोरिया-5, सूरजपुर-7, कांकेर-5, बेमेतरा-1, बलरामपुर-1, जशपुर-1, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-3
- 152 एक्टिव केस : दुर्ग-2, कांकेर-5, बिलासपुर-19, रायगढ़-9, राजनांदगांव-21, बालोद-16, कोरिया-5, कवर्धा-7, जांजगीर-12, बलौदाबाजार-15, गरियाबंद (राजिम)-4, सरगुजा-6, सूरजपुर-1, कोरबा-13, मुंगेली-12, रायपुर-1, बेमेतरा-1, बलरामपुर-1, जशपुर-1, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-3
- 64 मरीज स्वस्थ हुए : दुर्ग-10, राजनांदगांव-1, कवर्धा-6, रायपुर-7, बिलासपुर-4, कोरबा- 28, सूरजपुर- 6, बालोद-2
- पहला मामला : राज्य में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला रायपुर में मार्च के महीने में सामने आया था, वह विदेश से लौटी युवती थी।
- स्थानीय और श्रमिक : अब जिन लोगों में कोरोना संक्रमण दिख रहा है, उनमें से कोई भी विदेश से लौटा व्यक्ति नहीं है। सभी सामान्य नागरिक या श्रमिक हैं।