रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मंगलवार को 5 नए मामले सामने आए हैं। इसमें 4 राजनांदगांव और 1 कोरबा से है। एम्स रायपुर ने इसकी पुष्टि की है। इसके चलते ऑरेंज से ग्रीन जोन की ओर बढ़ रहे कोरबा को झटका लगा है। बताया जा रहा है कि कोरबा में मिला संक्रमित दिल्ली से लौटा था और एसईसीएल क्षेत्र का है। वहीं राजनांदगांव में मिले सभी संक्रमित प्रवासी मजदूर हैं और आने के बाद क्वारैंटाइन सेंटर में रखे गए थे।
छत्तीसगढ़ में कोरोना
- इससे पहले सोमवार को 3 नए मामले सामने आए थे। इनमें एक सूरजपुर से और 2 रायगढ़ से था। पिछले 6 दिनों की बात करें तो कोरोना संक्रमण के 38 मरीज मिले हैं।
- इसके बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 41 हो गई। अब तक 100 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें से 59 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
- एक्टिव केस में बालोद-11, बलौदाबाजार-6, जांजगीर-चांपा-10, राजनांदगांव-4, कवर्धा-2, अंबिकापुर, गरियाबंद (राजिम), कोरिया, कोरबा और सूरजपुर से एक-एक शामिल हैं।
- संक्रमितों में अब तक सबसे ज्यादा कोरबा जिले से 28, सूरजपुर 6, रायपुर 7, दुर्ग 9, कवर्धा 9, राजनांदगांव, अंबिकापुर और बिलासपुर से एक-एक, राजिम और कोरिया से 2, जांजगीर से 12, बालोद से 11 और बलौदाबाजार से 6 पॉजिटिव सामने आ चुके हैं।
- राज्य में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला रायपुर में मार्च के महीने में सामने आया था, वह विदेश से लौटी युवती थी।
- अब जिन लोगों में कोरोना संक्रमण दिख रहा है, उनमें से कोई भी विदेश से लौटा व्यक्ति नहीं है। सभी सामान्य नागरिक या श्रमिक हैं।
COVID-19 Update: Five New positive cases found in Rajnandgaon (04) and Korba (01).
स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख की बीमा सुविधा
छत्तीसगढ़ की भूपश बघेल सरकार अब स्वास्थ्यकर्मियों का बीमा करवाएगी। मैदानी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मियों का बीमा किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है है। स्वास्थ्य मिशन संचालक के पत्र में बताया गया है कि कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ता की कार्य संपादन के दौरान मौत होने पर 50 लाख रुपए की बीमा राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जानकारी के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी की नियुक्त करने को कहा गया है।
क्वारैंटाइन सेंटर में बढ़ रही है मानसिक रोग की समस्या
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि सभी जिला मुख्यालयों में एक मनोवैज्ञानिक की ड्यूटी लगाई जाएगी। मनोवैज्ञानिक विकार दूर करने के सुझाव देंगे। सिंहदेव के मुताबिक, क्वारैंटाइन सेंटर में मानसिक विकार लोगों की संख्या बढ़ रही हैं। मानसिक विकार दूर करने 104 पर भी कॉल किया जा सकता है। प्रदेश में अब तक कोरोना के 36606 संभावित मरीजों की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 34656 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
अभी रायपुर रेड जोन, ऑरेंज जोन में कोरबा और बाकी 26 जिले ग्रीन जोन में
छत्तीसगढ़ में अब कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर पूरा जिला रेड जोन में नहीं होगा। राज्य सरकार अब जिलों को 5 जोन में बांटने की तैयारी कर रही है। इसमें रेड, ऑरेंज और ग्रीन के साथ दो अन्य जोन भी शामिल होंगे। केवल एम्स में मरीजों का इलाज होने के कारण इसे और आस-पास के कुछ संदिग्ध इलाकों को कंटेनमेंट या बफर जोन घोषित किया जा सकता है। जोन का निर्धारण केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही किया जाएगा। अभी रायपुर रेड जोन में और कोरबा ऑरेंज जोन में है। जबकि प्रदेश के बाकी 26 जिले ग्रीन जोन में शामिल हैं।
राजधानी रायपुर जल्द ही रेड जोन से बाहर निकलकर ऑरेंज जोन में होगा। 14 दिन से रायपुर में एक भी केस नहीं आया है। इस वजह से केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार, इसे रेड जोन से बाहर निकालने में कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आएगी। वहीं, लॉकडाउन में इलाकों को तीन जोन रेड, ऑरेंज और ग्रीन में ही बांटा जाता था। अब इसमें कंटेनमेंट और बफर जोन को शामिल किया गया है। ये दोनों जोन रेड और ऑरेंज जोन के अंतर्गत ही उनके कुछ सीमित इलाके में घोषित किए जाएंगे। इसे तय करने का अधिकार जिला प्रशासन को दिया जाएगा।
कंटेनमेंट जोन में जरूरी सेवाओं को इजाजत
- बताया गया है कि कंटेनमेंट जोन में सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही अनुमति दी जाएगी। इनमें सामान्य लोगों की आवाजाही की इजाजत नहीं होगी।
- केवल मेडिकल इमरजेंसी, जरूरी सेवाओं के लिए काम करने वाले लोगों को ही आने-जाने की छूट होगी। इनमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मानक लागू होंगे।
- कंटेनमेंट जोन में संक्रमितों की पहचान के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इन इलाकों में संक्रमित लोगों की पहचान के लिए इंटेंसिव कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग के साथ-साथ घर घर जाकर लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
- सभी कंटेनमेंट जोन के आसपास के कुछ क्षेत्र को बफर जोन के रूप में चिह्नित किया जाएगा। एक्शन प्लान तभी सफल माना जाएगा जब कंटेनमेंट जोन में 28 दिन तक कोई नया मामला नहीं आएगा।
20 मई को बिलासपुर से हरिद्वार के लिए स्पेशल ट्रेन
छत्तीसगढ़ में फंसे उत्तराखंड और हिमांचल प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य ले जाने के लिए 20 मई को बिलासपुर से हरिद्वार के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना होगी। यह ट्रेन बिलासपुर से छूटने के बाद भाठापारा, रायपुर और दुर्ग स्टेशन पर रुकेगी। जहां से उक्त दोनों राज्यों के प्रवासी श्रमिक इसमें बैठकर अपने गृह राज्य जा सकेंगे। इस स्पेशल ट्रेन में बिलासपुर स्टेशन से बिलासपुर, बलरामपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कोरिया, कोरबा, मुंगेली, रायगढ़, सूरजपुर, सरगुजा व गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में लॉकडाउन की वजह से फंसे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के प्रवासी श्रमिक सवार होंगे