जगदलपुर. दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर बचेली के पास मालगाड़ी के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा उस वक्त हुआ जब मालगाड़ी किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापट्टनम की ओर जा रही थी। अचानक मालगाड़ी का ब्रेक फेल होने के चलते गाड़ी के 7 डिब्बे डिरेल हो गए। जिसके चलते सोमवार दिनभर इस मार्ग पर कई मालगाड़ियों और एक पैसेंजर ट्रेन का आवागमन प्रभावित रहा। हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है और दिनभर की मशक्कत के बाद इस मार्ग को बहाल कर दिया है। हादसा रविवार देर रात का बताया जा रहा है। जिले के अंदरूनी क्षेत्र होने के कारण इसकी जानकारी शाम को सामने आ सकी है।
जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापट्टनम जा रही मालगाड़ी का बचेली व भांसी के बीच में अचानक ब्रेक फेल हो गया था। लेकिन मालगाड़ी की रफ्तार धीमी थी इस लिए बड़ा हादसा टल गया। लेकिन फिर भी 7 डिब्बे पटरियों से उतर गए। इसके बाद डिब्बे से लौह अयस्क नीचे गिर गया है। जिसके चलते NMDC को भारी नुकसान हुआ है।
वहीं इस मार्ग पर जगदलपुर तक सिंगल लाइन होने की वजह से पैसेंजर सहित अन्य मालगाड़ी भी नहीं चलीं। दिनभर मालगाड़ियों के नहीं आने के चलते भी NMDC को नुकसान हुआ है। हादसे के बाद इसकी जानकरी रेलवे के अधिकारियों को दी गई थी। जिसके बाद सोमवार सुबह से रेलवे कर्मचारियों ने मार्ग बहाल करने का काम शुरू किया था। दिनभर की कड़ी मशक्कत के बाद अब इस मार्ग को बहाल कर दिया गया है।
किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग को नक्सली हमेशा अपना निशाना बनाते हुए आए हैं। ढोलकल की पहाड़ी के पीछे हुई मुठभेड़ के बाद खुलासा हुआ था कि 28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सली शहीदी सप्ताह के दौरान किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग को क्षति पहुंचा सकते हैं। ऐसे में रविवार की रात मालगाड़ी के डिरेल होने की खबर सुन कर रेलवे व पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गई थी। हालांकि कुछ देर बाद यह स्पष्ट हो गया था कि नक्सली वारदात नहीं, बल्कि तकनीकी खामियों के चलते मालगाड़ी डिरेल हुई है।