बिलासपुर में 9 साल की बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ा, अंतिम संस्कार के बाद रिपोर्ट आई तो पता चला पॉजिटिव थी

  • प्रयागराज से माता-पिता के साथ 29 मई को लौटी थी बच्ची, तबीयत बिगड़ने पर सिम्स में भर्ती कराया गया था
  • मस्तूरी के डंगनिया गांव का मामला, संपर्क में आए 38 लोगों का सैंपल लिया गया, गांव सील किया गया

बिलासपुर. बिलासपुर में सोमवार को कोरोना संक्रमण से 9 साल की एक बच्ची की मौत हो गई। तबीयत खराब होने पर बच्ची को सिम्स में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। इसके बाद रिपोर्ट आई तो पता चला कि बच्ची कोरोना पॉजिटिव थी। अब स्वास्थ्य विभाग ने परिवार के संपर्क में आए 38 लोगों का सैंपल लिया है।

मस्तूरी के डंगनिया निवासी बच्ची 29 मई को प्रयागराज से माता-पिता के साथ लौटी थी। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे सिम्स में भर्ती करा दिया। बाहर से आने के कारण बच्ची और परिजनों का सैंपल लिया गया था। इसके बाद अगले दिन 30 मई को बच्ची की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बच्ची ब्लड कैंसर से पीड़ित थी। बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव परिजनों को सौंप दिया। प्रशासन ने गांव को सील कर दिया है।

सिम्स को बच्ची की मौत को लेकर जानकारी नहीं
सिम्स ने बच्ची की मौत को लेकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्हें इसकी भी जानकारी नहीं है कि बच्ची की मौत हो चुकी है। अस्पताल की नोडल डॉक्टर आरती पांडे का कहना है कि मस्तूरी की बच्ची 30 मई आई थी। उसे रायपुर रेफर किया था, लेकिन वो कहां गई पता नहीं? सीएमओ के बजाए हमने पुलिस को मामले की सूचना दी थी। उसकी मौत हुई है या नहीं, उन्हें पता नहीं है। हालांकि कल उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी।

सरकंडा में 10 से ज्यादा संक्रमित होने की संभावना
सरकंडा में मंगलवार को एक पूरी बिल्डिंग को सील कर दिया गया है। जबकि कॉलोनी को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। इस बिल्डिंग में 10 से ज्यादा कोरोना संभावित होने की जानकारी सामने आई है। दूसरी ओर जिले में सोमवार को 11 पॉजिटिव मिले थे। इनमें 9 वर्षीया बच्ची भी शामिल थी। अब तक जिले में संक्रमण के 61 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 6 ही सही हुए हैं, जबकि 54 केस अभी भी एक्टिव हैं।


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