दंतेवाड़ा। नईदुनिया प्रतिनिधि। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दो जिलों नारायणपुर और दंतेवाड़ा को जोड़ने बारसूर-पल्ली मार्ग बनाया जा रहा है। इस मार्ग पर ग्राम बोदली के पास सीआरपीएफ के जवानों ने पांच किलो वजनी बम बरामद किया, जिसे बाद में मौके पर डिफ्यूज कर दिया गया।
सड़क निर्माण सुरक्षा का जिम्मा सीआरपीएफ 195 बटालियन के हवाले है। जानकारी के अनुसार शनिवार को सहायक कमांडेंट आशीष मिश्रा के नेतृत्व में टीम सड़क निर्माण की सुरक्षा के लिए आसपास के क्षेत्र की सर्चिंग पर निकली थी। तभी एक पेड़ के नीचे स्निफर डॉग की मदद से जवानों ने पांच किलो वजनी आईईडी बरामद किया। नक्सलियों ने यह बम प्रेशर कुकर में लगा रखा था।
जवानों को फंसाने के लिए नक्सलियों ने दो तरीकों से बम लगाया था। जहां आईईडी लगी थी, वहां से कुछ दूरी पर एक काले रंग के धागा से ट्रिप वायर बनाने के साथ पत्तों और पत्थरों के बीच प्रेशर स्वीच छिपाकर रख दिया था, इस धागे से पैर का संपर्क होते ही माका हो जाता।
बताया जाता है कि नक्सलियों ने इस सड़क पर इतने आईईडी प्लांट किए हैं कि बोदली से घोटिया तक के ग्रामीण यहां से गुजरने से कतराते हैं। गांव आने-जाने के लिए वे पगडंडियों का इस्तेमाल करते हैं। जुलाई में इस मार्ग में एक जवान की शहादत हुई थी। वहीं करीब दो माह पहले दो मजदूर भाई गंभीर रूप से घायल हुए थे।