कबाड़ से जुगाड़ नवाचार के तहत विद्यार्थियों ने बनाये आकर्षक विज्ञान मॉडल

जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा द्वारा एक दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं क्वीज प्रतियोगिता आयोजित

रायगढ़, 6 जनवरी2020/ जिला प्रशासन और जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा विभाग द्वारा आज सेंट जेवियर्स स्कूल में कबाड़ से नवाचार अन्तर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में जिले के सभी 9 विकास खण्ड से चयनित शासकीय प्राथमिक स्कूल और शासकीय माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने नवाचार के तहत अपने आसपास पाए जाने वाले कबाड़ का उपयोग करने वाला मॉडल बनाया था। जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक श्री रमेश देवांगन ने विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा प्रतिभावान बच्चे क्लस्टर स्तर से चयनित होकर ब्लाक स्तर से विज्ञान प्रदर्शनी में चयन होकर जिला स्तर तक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किए और आगे जिला स्तर पर चयनित होकर बच्चे राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि नवाचार और टीचर लर्निंग बच्चों में विषय की समझ विकसित करने के लिए एक अच्छा माध्यम है, विज्ञान प्रदर्शनी से बच्चों को अपने आसपास कबाड़ से जुगाड़ करके कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।

कबाड़ समान का उपयोग करके वैक्यूम क्लीनर, मैजिक कम्प्यूटर, रक्त परिसंचरण तंत्र, क्षेत्रफल माप, वाटर पम्प, बाढ़ सूचक यंत्र, पेरिस्कोप, वर्षा जल संग्रहण संयंत्र, प्रदूषण मुक्त ऊर्जा स्रोत सोलर कुकर, बोरे से ग्रामीण फिजर, जिसमें हरी साग सब्जियों को ताजा रखा जा सकता है। वाटर फिल्टर, डेंगू मच्छर मलेरिया मच्छर के लक्षण, बाइस्कोप आदि विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा आकर्षक विज्ञान मॉडल तैयार किए गए थे।

कबाड़ से नवाचार प्रतियोगिता के अंतर्गत विज्ञान प्रदर्शनी प्राथमिक शाला स्तर प्रथम-प्राथमिक शाला कसैया घरघोड़ा बाइस्कोप मॉडल, द्वितीय-प्राथमिक शाला कुंजेमूरा विकासखण्ड तमनार वैक्यूम क्लीनर, तृतीय-प्राथमिक शाला नदीगांव विकासखंड बरमकेला, माध्यमिक शाला स्तर में प्रथम -माध्यमिक शाला हाटी विकासखण्ड धरमजयगढ़ वर्षा जल संग्रहण, द्वितीय-माध्यमिक शाला जैमूरा विकासखण्ड खरसिया घातांक पहाड़ा, तृतीय-माध्यमिक शाला फरकानारा विकासखण्ड खरसिया वैक्यूम क्लीनर, क्वीज प्रतियोगिता के अंतर्गत विकासखण्ड खरसिया प्रथम स्थान, विकासखंड पुसौर एक द्वितीय स्थान, एवं विकासखंड पुसौर दो तृतीय स्थान रहे।

विज्ञान प्रदर्शनी में विभिन्न स्कूलों द्वारा कबाड से बनाये मॉडल प्रदर्शित किए गए। इनमें ग्राम नगोई के आठवीं के छात्र सुरेन्द्र कुमार पटेल ने वर्षा के पानी को संग्रहित करने वाला जल संग्रहण संयंत्र का माडल तैयार किया था। विज्ञान प्रदर्शनी में खरसिया विकास खण्ड के माध्यमिक शाला तरकानारा के कक्षा सातवीं की छात्रा सांक्षी मिंज ने वैक्यूम क्लीनर बनाया था। घरघोड़ा विकास खण्ड के शा.कन्या माध्यमिक शाला की आराधना शर्मा ने कम्प्यूटर मैजिक का मॉडल दिखाया। इसी प्रकार लैलूंगा विकास खण्ड के माध्यमिक विद्यालय केराबाहर की कक्षा आठवीं की सुमन यादव और भानू पैकरा ने यौगिक के रासायनिक सूत्र पर माडल तैयार किया था। तमनार विकास खण्ड के माध्यमिक विद्यालय सराईपाली के आठवीं के छात्र उदय कुमार राठिया और राज कुमार राठिया ने वाटर पम्प बनाया था। रायगढ़ विकास खण्ड के माध्यमिक विद्यालय बालमगोड़ा की आठवीं की छात्रा कुमारी अलंका यादव और काजल महन्त ने बाढ़ सूचक यंत्र तैयार किया था। सारंगढ़ विकास खण्ड के माध्यमिक विद्यालय लेन्ध्रा के सातवीं के छात्र मनीष साहू ने पेरिस्कोप बनाया था। इसी प्रकार बरमकेला विकास खण्ड के माध्यमिक विद्यालय बड़े नावापारा आठवीं की छात्रा अनिता सिदार ने प्रदूषण मुक्त ऊर्जा स्रोत यंत्र व माध्यमिक विद्यालय कंचनपुर के छात्र तोषराम खमहारी ने शौचालय का पाइप लाइन द्वारा मल एकत्रीकरण से गैस उत्पादन यंत्र बनाया गया था। इसी तरह तमनार विकास खण्ड की प्राथमिक शाला कुधरीपारा लिबरा की कक्षा तीसरी के विद्यार्थी हिमांशु सिदार द्वारा वायुदाब मॉडल बनाया गया था। बरमकेला विकास खण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला सांकरा के पांचवीं के छात्र आशीष भोय ने जल ऊर्जा यंत्र बनाया था। सारंगढ़ विकास खण्ड के प्राथमिक शाला कटेली के कक्षा पांचवी के छात्र प्रदीप साहू ने हरी साग-सब्जियों को रखने के लिए ग्रामीण फ्रिजर बनाया था। धरमजयगढ़ विकास खण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला भंवरखोल कक्षा पांचवीं के छात्र परमेश्वर राठिया और अनुप्रिती राठिया ने चंद्रयान का मॉडल बनाया था। पुसौर विकास खण्ड के प्राथमिक शाला शंकरपाली जतरी से कक्षा पांचवीं के छात्र विनीत महंत और साहिल साव ने वाटर फिल्टर बनाया था। घरघोड़ा विकास खण्ड के प्राथमिक स्कूल कसैया के कक्षा पांचवीं के छात्र चंद्रपाल चौहान द्वारा बाइस्कोप का आकर्षक मॉडल तैयार किया गया था।
इस अवसर पर राष्ट्रपति से पुरस्कृत शिक्षक श्री राधेश्याम श्रीवास्तव, प्राचार्य फादर मार्टीन, साक्षर भारत के जिला परियोजना अधिकारी श्री डी.के वर्मा, श्री आर बी राजेश सिंह, अनिल वर्मा, सहायक परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा श्री भुनेश्वर पटेल, शिक्षक-शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थीगण उपस्थित थे।


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