रायगढ़, 24 जनवरी 2020/ बेटियाँ समाज का अभिन्न हिस्सा है। समाज में उनके प्रति लिंग आधारित किसी भी भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शासन-प्रशासन आपके साथ है, कानून आपकी रक्षा के लिए है और आपको पर्याप्त संरक्षण दिया जाएगा। बेटियाँ शेरनी की तरह निडर होकर रहें और बेखौफ होकर अपने सपनों को पूरा करें। जहां लैगिंक भेदभाव एवं अन्याय हो तो वहां जरूर आवाज उठायें। जहां जरूरत होगी वहां कानून का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उक्त बाते कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत पालीटेक्निक ऑडिटोरियम में आयोजित रायगढ़ गौरव सम्मान समारोह में कही।
कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने कहा कि रायगढ़ जिला बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला है। विगत वर्षो में बाल लिंगानुपात 914 रहा है जो आज बढ़कर 964 हो गया है। हमने जिले में बालिका भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाया है और इस दिशा में एक्टिव टे्रकर मशीन के माध्यम से कारगर कदम उठाये हैं। वह दिन दूर नहीं है जब रायगढ़ जिले में बालक एवं बालिका के समान लिंगानुपात के एक हजार के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। इसके लिए जिले में विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। बेटी के जन्म लेने पर मां को सम्मानित भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिले की बेटियाँ सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही है और उपलब्धियां हासिल कर शीर्ष तक पहुंच रही हैं। रायगढ़ जिले की एक बेटी ने पर्वतारोहण जैसे कठिन कार्य को भी करने का साहस किया है। जहां मौसम कभी भी बिगड़ सकता है और बर्फ की आंधी चल सकती है, ऐसी विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आप पर विजय पाना मुश्किल काम होता है। उन्होंने कहा कि खेलो में प्रोत्साहन के लिए प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग किया जाएगा।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि देश की आजादी के बाद महिलाओं की स्थिति में क्रमिक रूप से महत्वपूर्ण परिवर्तन आए है। यह अवसर ऐसी महिलाओं के योगदान को स्मरण करने का है। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व.श्रीमती इंदिरा गांधी नारी सशक्तिकरण की मिसाल रही हैं और महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को अपनी बेटियों पर विश्वास करना चाहिए, ताकि वे अच्छी तरह पढ़ाई कर सकें।
महिला संरक्षण अधिकारी श्रीमती चैताली राय विश्वास ने कहा कि संविधान में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जाति, धर्म, लिंग के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए। लेकिन महिलाएं एवं बच्चे सॉफ्ट टार्गेट होने की वजह से उन्हें शोषण से बचाव के लिए विशेषाधिकार प्रदान किए गए है। महिलाओं की अस्मिता एवं अप्रिय घटना से संबंधित जानकारी को न्यायालय में भी गोपनीय रखा जाता है, ताकि उनमें डर की भावना न रहें। समाचार पत्रों में इसका प्रकाशन भी दण्डनीय है। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि हासिल करने वाली बालिकाओं को रायगढ़ गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
पर्वत शिखर पर पहुंचकर तिरंगा लहराती हूं, तो आंखे हो जाती हैं नम-याशी जैन (पर्वतारोही)
रायगढ़ की पर्वतारोही याशी जैन जिन्होंने यूरोप के माऊंट एलब्रुश पर्वत एवं नेपाल के आईलैण्ड पिक पर पहुंचकर तिरंगा लहराया और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ध्वज फहराया। उन्होंने कहा कि जब भी किसी पर्वत शिखर पर पहुंचकर भारतीय तिरंगा लहराती हूं तो आंखे नम हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं, उन्हें जरूरत है अपने अभिभावकों के प्रोत्साहन एवं विश्वास की। अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों को देते हुए उन्होंने सभी बालिकाओं से आव्हान किया कि छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ायें और जिस भी क्षेत्र का चुनाव करें उसमें बेहतरीन कार्य करें।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं-किक बाक्सिंग चैम्पियन ममता सिंह ठाकुर
किक बाक्सिंग चैम्पियन ममता सिंह ठाकुर ने वर्ष 2018 में रायगढ़ राज्य स्तरीय चैम्पियनशिप में रजत पदक, महाराष्ट्र में आयोजित वाको इंडिया नेशनल किक बॉक्सिंग चैम्पियशिप में रजत पदक एवं वर्ष 2019 में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। उनके गुरू कोच श्री अमरजीत सिंह ने उन्हें बॉक्सिंग पंच करने के लिए प्रेरित किया, जिसकी वजह से उन्होंने यह सफलता हासिल की। उन्होंने कहा कि सीखने के लिए गुरू के प्रति ईमानदारी जरूरी है। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता और इसके लिए अथक परिश्रम जरूरी होता है। पदक प्राप्त करना परिवार के लिए गौरव का क्षण रहा है।
लक्ष्य हमेशा ऊंचा होना चाहिए-गोल्फर वंदना मिंज
गोल्फर कु.वंदना मिंज ने चीन के जुजुभांग शहर में मिनी गोल्ड 34 वल्र्ड चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा विश्व में भारत की गल्र्स टीम का 9 वां स्थान रहा। उन्होंने नेशनल गेम में उम्दा प्रदर्शन किया था। वंदना मिंज ने कहा कि हर क्षेत्र में लड़कियां आगे बढ़ रही है। लक्ष्य हमेशा ऊंचा होना चाहिए। आगे देश के लिए मेडल लाने के लिए वे कठिन परिश्रम करेंगी।
लड़कों की तरह लड़कियां भी ताइक्वांडो जैसे खेल में भाग ले सकती है-ताइक्वांडो चैम्पियन भाविका पाण्डेय
ताइक्वांडो चैम्पियनशिप कु.भाविका पाण्डेय ने नेशनल स्तर पर 12 मेडल एवं इंटरनेशनल स्तर पर 4 गोल्ड एवं एक सिल्वर मेडल प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि लड़कों की तरह लड़कियां भी ताइक्वांडो जैसे खेल में भाग ले सकती है। आत्मरक्षा के लिए बालिकाओं को ताइक्वांडो सीखना चाहिए।
सब्जी विक्रय कर मेहनत और लगन से सुनंदा ने पढ़ाई रखी जारी
कु.सुनंदा चौहान को पढ़ाई के प्रति उनकी लगन एवं मेहनत के लिए सम्मानित किया गया। उनकी बहन रानू ने उनका सम्मान प्राप्त किया और बताया कि उनकी दीदी सुनंदा चौहान संजय काम्पलेक्स में सब्जी की दुकान लगाती है और बी.काम की पढ़ाई पूर्ण की है तथा अभी एम.ए.कर रही है। सब्जी के बाजार में कई तरह की मानसिकता के लोग आते है, ऐसे में उन तमाम बातों को दरकिनार कर मेरी दीदी ने संघर्ष करते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी है और मेहनत से अपना कार्य करते हुए हम भाई-बहनों को भी अच्छी तरह से पढ़ा रही है।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री टी.के.जाटवर ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन प्राचार्य श्री राजेश डेनियल ने किया। इस मौके पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की पर्यवेक्षक श्रीमती बीना पुरसेठ एवं श्रीमती दीपा सिंह सहित बड़ी संख्या में बालिकाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम के अंत में श्री नितिन बेहरा ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने बालिकाओं को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलवाई।