रायगढ 18 अप्रैल : देश की केंद्र सरकार द्वारा इस कोरोना महामारी में लॉकडाउन की वजह से जब छोटे बड़े सभी व्यापार काम बंद है। मजदूरो और गरीबो को अपने जीवन यापन करने उनकी मदत के लिए जनधन खातों में पैसे डाले है।जिसको निकालने के लिए लोग बैंक जारहे है। जिसमे बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहती है।कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंटिंग (एक मीटर की दूरी) रखी जारही है। ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके,इस लिए बैंकों में भी इसका पालन हो रहा जो बहुत ही सराहनीय कदम है ..पर बैंकों में भीड़ अधिक होती है सभी बैंक के अंदर खड़े नहीं हो सकते इस लिए लोग बैंक के बाहर एक-एक मीटर की दूरी बना कर खड़े होते है।वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही है कड़ी धूप में प्यासे लोगो को खासकर महिलाओं को बैंक के बाहर खड़े रहना पड़ता है।जिससे बहुत सी महिलाओं को गर्मी और प्यास से चक्कर तक आजाता है कुछ बेहोश भी हो जाती है।नगर के किसी भी बैंक ने अपने ग्राहकों के खड़े होने के लिए छायादार स्थल और पीने का पानी का इंतजाम नही किया है।जनता की मजबूरी है उन्हें धूप में प्यासे भी खड़े रहना पड़ेगा क्योंकि उन्हें अपने बाल-बच्चो का पेट भरना है।
शुक्रवार को मैने यह घटना स्वयं अपनी आँखों से रायगढ़ पंजाब नेशनल बैंक के बाहर देखी।एक गरीब महिला जो गोद मे बच्चे को लिए हिई है धूप में प्यास से गिर गयी।बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के लिए किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नही की गई है।मै प्रकाश निगानिया रायगढ़ का निवासी हूँ मेरे क्षेत्र के नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।इस लिए मेरा रायगढ़ के माननीय जिलाधीश और जिला पुलिस अधीक्षक से आग्रह है कि वे तत्काल इस समस्या का निवारण करे जिससे लोगो को कुछ राहत मिले।क्योंकि वर्तमान में जो गर्मी पड़ रही है इससे ऐसा न हो कोई अप्रिय घटना हो जाये।