महेंद्र कर्मा के पीएसओ से लूटी एके-47 नक्सलियों से बरामद, 7 साल पहले झीरम हत्याकांड में हुए थे शहीद

राजनांदगांव के परधोनी जंगल में 8 मई को हुई मुठभेड़ में मारे गए 4 नक्सली से हथियार बरामद हुए थे, एसएलआर राइफल भी मिली, नक्सलियों ने इसे साल 2006 में सीआईएसएफ पर हमला कर लूटा था

राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में मुठभेड़ के दौरान मारे गए 4 नक्सलियों से हथियार बरामद हुए हैं। इनमें से एके-47 बस्तर टाइगर कहे जाने वाले नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा के सुरक्षाकर्मी सियाराम सिंह से लूटी गई थी। दंतेवाड़ा में सीआईएसएफ जवानों पर हमला कर लूटी गई एक एसएलआर भी मिली है। करीब 7 साल पहले हुए झीरम घाटी हत्याकांड में कांग्रेस नेता और उनके सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।

राजनांदगांव में मानपुर के परधोनी जंगल में 8 मई को नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों से जवानों ने एक एके-47, एक एसएलआर, दो राइफल, गोलियां और अन्य सामान बरामद हुआ था। बरामद हथियारों को बट नंबर के आधार पर जांच के लिए रायपुर के माना स्थित चौथी बटालियन स्टोर रूम भेजा गया था। इसके बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से दो हथियारों की जानकारी शेयर की गई।

मारे गए नक्सली अशोक से बरामद हुई थी एके-47
परधोनी जंगल में मुठभेड़ के दौरान मारे गए चार में नक्सलियों में एक अशोक उर्फ बल्ली भी था। जो बस्तर का ही मूल निवासी था। बताया जा रहा है कि अशोक मारे गए सभी नक्सलियों में बड़े कैडर का था। उसके ही पास से एके-47 मिली थी। पुलिस का कहना है कि इससे पता चलता है कि नक्सलियों के बड़े कैडर में एके-47 जैसे हथियार ही इस्तेमाल कर रहे हैं। जबकि अन्य को राइफल दी जा रही है।

कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल समेत 29 लोग हुए थे शहीद 
25 मई 2013 को नक्सलियों ने बस्तर के दरभा क्षेत्र स्थित झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था। प्रदेश कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के बाद यह नेता लौट रहे थे। अचानक किए इस हमले में नक्सलियों ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं और पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।   हमले में प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत 29 लोग शहीद हुए थे।

दंतेवाड़ा में सीआईएसएफ के 7 जवान शहीद हुए थे
बरामद एसएलआर राइफल को नक्सलियों ने सीआईएसएफ टीम पर हमला कर लूटा गया था। यह हमला 10 फरवरी 2006 को दंतेवाड़ा के किरंदुल क्षेत्र में किया गया। सीआईएसएफ के जवान उस समय एनएमडीसी मैग्जीन सुरक्षा ड्यूटी में लगे हुए थे। इस हमले में सीआईएसएफ के सात जवान शहीद हुए थे। नक्सली यहां से 14 एसएलआर राइफल और कारतूस, एक 9 एमएम पिस्टल और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री लूट कर ले गए थे।


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