रायपुर। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से चक्रवाती तूफान आ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान (अम्फान) छत्तीसगढ़ में भी आने की आशंका जताई है। इसके चलते छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में बारिश की चेतावनी दी गई है। इस तूफान के कारण छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मेघालय समेत 8 राज्यों में हाई अलर्ट है। इस तूफान को एम्फान नाम दिया गया है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में आज सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर कम दबाव का एक क्षेत्र देखा गया। यह अगले 24 घंटों में तूफान का रूप ले सकता है। चक्रीय चक्रवात अभी दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में स्थित है ।
यह 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तरपूर्व दिशा में आगे बढ रहा है। इसके उत्तर बंगाल की खाड़ी में टकराने की सम्भावना है। छत्तीसगढ़ में एम्फान तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसका हल्का असर 16 मई की रात को देखने को मिला। 17 और 18 मई को भी छत्तीसगढ़ में इसका आंशिक असर होने की आशंका जाहिर की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक संभावित कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में घुमते हुए अपने रास्ते पर लौटेगा और बंगाल की खाड़ी की ओर मुड़ेगा। कम दबाव वाले क्षेत्र की गति अभी पता नहीं चल पाई है और संभावित तूफान तट पर कहां टकराएगा इसकी जानकारी मौसम विभाग की ओर से दी जाएगी। तूफान उत्तर ओडिशा, दक्षिणी बंगाल या बांग्लादेश से भी टकरा सकता है।
हालांकि मौसम विभाग ने अभी कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं की है, लेकिन विभाग ने ये स्पष्ट किया है कि कम दबाव का क्षेत्र और बढ़ जाएगा और बाद में यह तूफान का रूप ले लेगा। 12 तटीय जिलों में चेतावनी जारी की गई। साथ ही कलेक्टरों से लोगों के लिए वैकल्पिक आश्रय गृहों की व्यवस्था करने भी कहा गया है।
बीते वर्ष रिकार्ड तोड़ 7 तूफानों (स्ट्रोम्स) ने देश-दुनिया के अलग अलग हिस्सों में जमकर तबाही मचाई थी। अब नए तूफान एम्फान के लिए तैयार रहना होगा। मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान के अनुसार आज 17 और कल 18 मई को तूफान अपना असर दिखा सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मौसम का बार-बार परिवर्तन होना और औसत से अधिक बार तूफान आना जलवायु परिवर्तन की ओर इंगित करता है। पिछले एक साल में 7 तूफान और दर्जनों वेस्टन डिस्टर्वेंस हुए, जिसका असर छत्तीसगढ़ के साथ ही पूरे भारत के मौसम पर पड़ा।