छत्तीसगढ़ में शादियों में बैंड-बाजा और बारात बंद हैं। इसके कारण तमाम व्यवसायी बेरोजगार हो गए हैं। करीब पांच माह से उनके पास कोई काम नहीं है। राजनांदगांव में इससे नाराज व्यवसायियों पैदल मार्च किया। समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
कलेक्ट्रेट परिसर तक निकाली पैदल यात्रा, मुख्यमंत्री के नाम प्रभारी अधिकारी को सौंपा ज्ञापन, पांच महीने से काम नहीं होने के चलते बढ़ी नाराजगी, प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
राजनांदगांव। कोरोना काल में लोगों के सामने नौकरी के साथ-साथ काम का भी संकट खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ में शादियों में बैंड-बाजा और बारात बंद हैं। इसके कारण तमाम व्यवसायी बेरोजगार हो गए हैं। करीब पांच माह से उनके पास कोई काम नहीं है। राजनांदगांव में इससे नाराज व्यवसायियों पैदल मार्च किया। समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
राजनांदगांव में जिले के सभी साउंड सिस्टम, बैंड, टेंट, लाइट डेकोरेशन, फोटोग्राफर, कैटरिंग व्यवसायी एकत्र हो गए और उन्होंने अपने समानों के साथ कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च किया। हाथों में तख्तियां लिए ये सभी व्यवसायी मांग कर रहे थे कि इन्हें गणपति पर्व तक काम करने की छूट दें या फिर सरकार आर्थिक सहायता दे।
संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री निवास का करेंगे घेराव
अपनी मांगों को लेकर व्यवसायियों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी प्रभारी अधिकारी को सौंपा। उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए दो दिन का समय मांगा गया है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो 3 दिन बाद वे प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री निवास का भी घेराव किया जाएगा।