बेटियों के प्रति भेदभाव की मानसिकता को दूर करने के लिए लानी होगी जनजागृति-कलेक्टर श्री यशवंत कुमार

दीवारों पर छत्तीसगढ़ी में लिखे ‘इहां नोनी हे के टूरा हे नई बताये जाथे, ये ह जुर्म हे, पूछना भी जुर्म हे अउ बताना भी जुर्म हे ‘ , पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट पर कार्यशाला आयोजित

रायगढ़, 23 अक्टूबर 2019/ कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने कहा कि ङ्क्षलंग परीक्षण अपराध है, जिसमें सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि सभी सोनोग्राफी केन्द्रों में छत्तीसगढ़ी में ‘इहां नोनी हे के टूरा हे नई बताये जाथे, ये ह जुर्म हे, पूछना भी जुर्म हे अउ बताना भी जुर्म हे ‘ एवं सजा के प्रावधानों की जानकारी व स्लोगन लिखे। उन्होंने कहा कि बेटियां घर की पूंजी होती है। समाज में बेटियों के प्रति भेदभाव की मानसिकता बदलना जरूरी है, इसके लिए जनजागृति लाना होगा। उक्त बातें कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में आज बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही।

कलेक्टर श्री यशंवत कुमार ने कहा कि हमें जिले में बाल लिंगानुपात एक हजार करने की ओर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित करना होगा। उन्होंने सभी सोनोग्राफी सेंटर में एक्टिव टे्रकर मशीन की जानकारी ली। उन्होंने एक्टिव टे्रकर के संचालक से हफ्ते भर में एक्टिव टे्रकर की स्टेटस की संपूर्ण जानकारी देने के लिए कहा। उन्होंने डॉक्टर से कहा कि बेटियों के लिए लोगों को काउंसिल कर प्रेरित करें। नुक्कड़-नाटक एवं अन्य माध्यमों के द्वारा इसके लिए प्रचार-प्रसार करना होगा।

जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के क्रियान्वयन के लिए जिले में टीम बनायी गई है, जो निरंतर दौरा करेगी। इस दौरान कमी पाये जाने पर संबंधितों पर कार्यवाही भी की जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने बताया कि जिले में 24 सोनोग्राफी केन्द्रों में 33 मशीनें लगायी गई है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री टी.के.जाटवर, पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ.के.डी.पासवान, डॉ.बी.पी.पटेल, डीपीएम श्री गनपत नायक सहित सभी सोनोग्राफी सेंटर के संचालक एवं डॉक्टर उपस्थित थे।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here