रायगढ़, 26 अप्रैल2021/ किसी भी व्यक्ति पर अगर कोरोना के लक्षण आने पर वह डॉक्टरों के परामर्श पर सही समय पर इलाज ले व सकारात्मक सोच रखें तो कोरोना को मात दी जा सकती है। इस बात को सच साबित कर दिखाया लखन प्रसाद सिन्हा एवं उनकी धर्मपत्नी निर्मला सिन्हा ने।
वार्ड नं.25 संजय नगर रायगढ़ के 68 वर्षीय श्री लखन प्रसाद सिन्हा एवं 62 वर्षीय श्रीमती निर्मला सिन्हा को बीते दिनों हल्का बुखार एवं कमजोरी महसूस होने पर उन्होंने स्वयं से जाकर कोरोना टेस्ट कराया, जिसमें उनकी रिपोर्ट पाजीटिव आने पर उन्हें 2 अप्रैल 2021 को एमसीएच कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया। हॉस्पिटल में डॉक्टरों की टीम ने उनका त्वरित इलाज चालू कर दिया। दोनों पति-पत्नी पांच दिनों तक एक ही वार्ड में अगल-बगल बेड पर थे। लेकिन पांच दिनों बाद श्रीमती निर्मला की ऑक्सीजन लेवल कम होने पर तत्काल उन्हें आईसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। डॉक्टर एवं कोविड स्टाफ के सतत् इलाज से वे दोनों पति-पत्नी पूरी तरह से स्वस्थ है और वे डिस्चार्ज होकर अपने घर लौट आये।
श्रीमती निर्मला ने एमसीएच कोविड अस्पताल के डॉक्टर एवं स्टाफ की तारीफ की। उन्होंने अपनी जुबानी बताया कि हम दोनों में जब कोरोना के लक्षण दिखे तो, टेस्ट कराया और जब रिपोर्ट पॉजिटिव आयी तो पहले हम काफी डरे हुये थे। लेकिन जैसे ही अस्पताल पहुंचे और वहां की टीम ने हमारा इलाज चालू किया तो हमारी हिम्मत बढ़ी और धीरे धीरे सब सामान्य हो गया। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान के अपने अनुभव को बांटते हुए उन्होंने बताया कि डॉक्टर नियमित रूप से हमारा चेकअप करते थे, वहीं नर्सेज भी हमारा बहुत खयाल रखती थी। वे समय पर दवाई देती थी। वहां टाइम से नाश्ता और खाना भी दिया जाता था। उन्होंने हमें कुछ योगा के टिप्स भी बताये। जिसे हम वहीं पर रहकर रेगुलर कर रहे थे। इस तरह से बेहतर चिकित्सकीय देखभाल और इलाज के फलस्वरूप बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के मेरे पति का ऑक्सीजन 99 एवं मेरा 95 से अधिक मैंटेन रहा। कोविड संक्रमित श्री लखन प्रसाद सिन्हा एवं धर्मपत्नी निर्मला सिन्हा का कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। आज वे दोनों अपने घर में स्वस्थ है।
कोविड को हराने के अपने अनुभव के आधार पर श्रीमति सिन्हा कहती हैं कि कोरोना के उपचार में कुछ चीजे महत्वपूर्ण है जिसका हमें ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले लक्षणों को लेकर सतर्क रहें। जैसे ही कोई लक्षण या असहजता महसूस हो तत्काल टेस्ट कराएं। रिपोर्ट पॉजिटिव आये तो घबराएं नही और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपकी स्थिति देखकर होम आइसोलेशन या अस्पताल में भर्ती होने पर उचित निर्णय लेंगे। डॉक्टरी सलाह को माने और उसके अनुसार तुरंत उपचार शुरू कर दें। अपने ऑक्सीजन लेवल पर नजर रखें। इस दौरान खुद को सकारात्मक बनाये रखें तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है।