बुलाती है मगर जाने का नहीं…, इस अंदाज में पुलिस लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में ही रहने के लिए किया मोटिवेट

जिला पुलिस और प्रशासन ने लोगों को घरों में रोकने निकाला क्रिएटिव तरीका , एसडीओपी अमर सिदार, थाना प्रभारी कुमार गौरव को देख लोगों ने बजाई ताली 

बालोद. शहर के आमापारा में पुलिस ने अनोखे अंदाज में लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की। मध्यप्रदेश के कवि राहत इंदौरी की रचना बुलाती है मगर जाने का नहीं… को अपने अंदाज में पुलिस ने लिखा । इसमें लॉकडाउन और कोरोना से उपजी समस्याओं को जोड़कर एक नई कविता बनाई और लोगों को सुनाई। यह कविता पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में छाई हुई है। यही वजह रही कि अपने शहर की पुलिस का यह अवतार देखकर लोगों ने अपने घरो से ताली बजाकर उनका स्वागत किया।

कोरोना थीम पर तैयार गीत को सुनकर लोगों के चेहरों पर लॉकडाउन और महामारी के इस वक्त में मुस्कान भी दिखी।  एसडीओपी अमर सिदार व टीआई कुमार गौरव साहू शहर के अलग-अलग मोहल्ले में घूम कर लोगों को घरों में रहने प्रेरित करने गीत गा रहे हैं। जिसका टाइटल है – “कोरोना बुलाती है, मगर घर से बाहर जाने का नहीं, अभी हालात सुधरे नहीं है इसलिए कोरोना को घर पर बुलाने का नहीं…। जिला प्रशासन की कई टीमें शहर में सैनेटाइजेशन और जरुरत का सामान लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही है।


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