छठ पूजा भारतीय संस्कृति की सम्मृद्धता को प्रदर्शित करता है – संतोष सिंह, छठ पूजा से हमें मिलता है जल और प्रकृति के संरक्षण का संदेश – रामदास

रायगढ़ । किरोड़ीमल नगर में छठ पूजा के अवसर पर भोजपूरी संध्या का भव्य आयोजन जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह और अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय मंत्री तथा रामदास द्रौपदी फाॅउन्डेशन के संरक्षक रामदास अग्रवाल के आतिथ्य में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ सूर्य देव के तैल चित्र पर अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। उसके पश्चात् अतिथियों का स्वागत पूजन समिति के सदस्यों व पदाधिकारियों द्वारा फूल-माला से किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम पुलिस अधिक्षक संतोष सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छठ पूजा उत्तर भारत सहित देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अब मनाया जाने लगा है। यह पूजन सूर्य उपासना का एक श्रेष्ठ पूजन है और मैं आप सभी को इस पर्व की विशेष बधाई देते हुए कहना चाहूंगा कि यह पर्व उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों द्वारा अधिकतर किया जाता है। मुझे इस बात कि खुशी है कि आप लोग अपने घर से दूर होने के बाद भी अपने संस्कृति को संजोकर रखते है। यह एक विशेष बात है जो कि भारतीय संस्कृति की संमृद्धता को प्रदर्शित करता है। उसके पश्चात रामदास अग्रवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छठ पूजा मेरे जानकारी के अनुसार रामायण काल से होता चला आ रहा है। भगवान राम ने जब रावण का वध किया था तब भगवान राम को ब्रह्म हत्या का दोष लगा था। जिसपर महर्षि वशिष्ठ ने इस दोष निवार्ण हेतु माता सीता को यह कठिन सूर्य पूजन का पर्व को करने का उपाय बताया था। जिसपर माता सीता ने सर्व प्रथम यह पर्व किया था। यह पर्व लोक आस्था का महान पर्व है इसको आप सभी द्वारा बड़े धूम-धाम से मनाया जाना अपने जड़ से जूड़े होने का द्योत्क है। आप सभी को यह भी बताना चाहूंगा कि यह पर्व में प्रकृति पूजन का है। इस पर्व में व्रतियों द्वारा सूर्य के स्ताचल और उदित अवस्था को जल में खड़े अर्ध दिया जाना अपने आप में प्रकृति पूजन का संकेत देता है। मैं आप सभी को इस पर्व का बधाई देते हुए कहना चाहूंगा कि जल और प्रकृति के संरक्षण का संदेश को, हमें इस वर्त से हमारे पूर्वजों ने देने का प्रयास किया है। उसको समझते हुए हमे जल संरक्षण और प्रकृति के संरक्षण का कार्य करना चाहिए। जो कि आज बहुत ही आवश्यक हो चला है।


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