एक रुपये किलो चावल उपलब्ध कराने तथा दो रुपये किलो गोबर क्रय करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है-उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल, जिले के खरसिया क्षेत्र के ग्राम तेन्दुमुड़ी से ‘गोधन न्याय योजना ‘ का शुभारंभ

रायगढ़, 20 जुलाई2020/ उच्च शिक्षामंत्री श्री उमेश पटेल ने आज जिले के खरसिया क्षेत्र के ग्राम-तेन्दुमुड़ी स्थित गौठान में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया। उच्च शिक्षामंत्री ने ग्राम-तेन्दुमुड़ी के गौठान पहुंचकर हरेली पर्व पर खेती-किसानी में उपयोग आने वाले पारंपरिक कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना की और पशुओं को चारा खिलाया तथा गौठान में प्रारंभ किये गये गोबर क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया।

उन्होंने गोबर लेकर आये पशु पालकों से बातचीत भी की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उच्च शिक्षामंत्री श्री पटेल ने उपस्थित सभी ग्रामवासियों और जनप्रतिनिधियों को हरेली पर्व की बधाई देते हुये कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गत वर्ष गांवों के विकास के लिए नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी की शुरूआत की थी इसके आगे की प्रक्रिया में इस वर्ष हरेली के दिन से राज्य के किसानों और पशुपालकों के हित में गोधन न्याय योजना की शुरूआत हो रही है।

उन्होंने कहा कि बहुत हर्ष का विषय है कि आज के दिन पूरे प्रदेश सहित रायगढ़ जिले के 114 गौठानों में इस योजना की शुरूआत हुई है। उच्च शिक्षामंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्राय: पशुओं के सड़कों पर घुमने-बैठने से सड़क दुर्घटनायें होती है जिससे पशुधन के साथ मानव जीवन की हानि होती है अब इस प्रकार की दुर्घटनाओं में कमी आयेगी तथा किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी, पशुओं के प्रति लोगों में प्रेम बढ़ेगा और किसानों को वर्मी कंपोस्ट खाद प्राप्त होने से जैविक खाद के प्रति लोगों में रूझान बढ़ेगा।


उच्च शिक्षामंत्री श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां राज्य सरकार एक रुपये प्रतिकिलो चावल उपलब्ध करा रही है और पशुपालकों से दो रुपये प्रति किलो गोबर क्रय किया जा रहा है। राज्य में आगे चलकर यह योजना सहकारिता के माध्यम से चलाया जायेगा। उच्च शिक्षामंत्री श्री पटेल ने इस अवसर पर पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं के लिए चारा बीज एवं कृषि विभाग की ओर से कृषि उपकरणों का वितरण किया। उन्होंने गौठान में वृक्षारोपण कर ग्रीन चर्या अभियान को भी आगे बढ़ाया।

गोधन न्याय योजना के शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि यह खुशी की बात है कि हरे-भरे वातावरण में हम हरेली त्यौहार मना रहे है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा किसानों और ग्रामीणों के आत्मनिर्भरता की ओर ध्यान देते हुए गोधन न्याय योजना लागू की गई है। इससे ग्रामीण जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आयेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना से किसानों के फसलों की सुरक्षा होगी तथा दूध का उत्पादन बढ़ेगा इससे कुपोषण से मुक्ति मिलेगी। कलेक्टर श्री सिंह ने ग्रामीणों और स्व-सहायता समूह के सदस्यों को पशुओं का गोबर क्रय करने, इसकी राशि के भुगतान तथा वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने से लेकर इसके विक्रय तक की प्रक्रिया को विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी बताया कि कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारी गौठानों में गोधन न्याय योजना के बारे में प्रशिक्षण दे रहे है। इससे वर्मी कम्पोस्ट बनाने की गुणवत्ता में सुधार होगा।

कलेक्टर श्री सिंह ने संपूर्ण गौठान क्षेत्र और चारागाह स्थल का निरीक्षण कर गांव के कुल पशुओं की संख्या और गौठान में आने वाले पशुओं के लिये चारा व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि चारागाह के 75 प्रतिशत भूमि में पशुओं के लिए चारा तथा 25 प्रतिशत भूमि में सब्जी इत्यादि लगावे तथा गौठान में किये गये वृक्षारोपण को ट्री गार्ड लगाकर संरक्षित करें। कलेक्टर श्री सिंह ने ग्राम में 20 वर्षो से अधिक समय से निवासरत ग्रामीणों को वन अधिकार पट्टा तथा सार्वजनिक हित में उपयोग हेतु खेल मैदान, तालाब, शमशान स्थल, पूजा स्थल के लिए सामुदायिक वन भूमि पट्टा प्रदान किये जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।

इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री मेहत्तर राम उरांव, कलेक्टर श्री भीम सिंह, सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, वनमंडलाधिकारी श्री मनोज पाण्डेय ने पौधा लगाकर ग्रीनचर्या अभियान को आगे बढ़ाया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, स्थानीय गणमान्य व्यक्ति तथा कृषि, पशुपालन एवं राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।


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