छत्तीसगढ़ के 1.17 लाख श्रमिक 21 राज्य और 4 केंद्र शासित प्रदेश में फंसे, सरकार ने कहा- 28 ट्रेनें चलाएं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर रखी मांग, कहा- ट्रेनों से आने वाले श्रमिकों से किराया लेना ठीक नहीं, निशुल्क सुविधा मिले

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर 28 ट्रेनें चलाने की मांग रखी है। देश के विभिन्न शहरों से इन ट्रेनों का परिचालन किया जाए। जिससे वहां फंसे श्रमिकों की घर वापसी हो सके। साथ ही कोराेना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन को देखते हुए मानवीयता के आधार पर इन ट्रेनों का परिचालन निशुल्क किया जाए और आने वाले श्रमिकों से टिकट नहीं लिया जाए।

केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान देशभर में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में भी इसका बहादुरी से मुकाबला किया जा रहा है। हमने अपने राज्य में इस महामारी के संक्रमण को रोकने में काफी हद तक सफलता पाई है। इस समय बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं।

जिलेवार ट्रेनें चलाने के लिए सौंपा ब्यौरा

स्थान ट्रेनों की संख्या
जम्मू से रायपुर-बिलासपुर 7
लखनऊ से रायपुर-बिलासपुर 3
कानपुर से रायपुर-बिलासपुर 2
चेन्नई से रायपुर-बिलासपुर 1
बैंगलुरू से रायपुर-बिलासपुर 1
पुणे से रायपुर-बिलासपुर 2
इलाहाबाद से बिलासपुर 1
दिल्ली से रायपुर-बिलासपुर 3
हैदराबाद-सिकंदराबाद से रायपुर-बिलासपुर 3
विशाखापट्नम से रायपुर 1
सूरत-अहमदाबाद से रायपुर 1
कोलकाता से रायपुर 1
जयपुर से रायपुर 1
पटना से दुर्ग 1

ट्रेनों के परिचालन के बाद बढ़ सकता है आंकड़ा
मुख्यमंत्री बघेल ने लिखा कि हेल्पलाइन और अन्य माध्यमों से प्राप्त सूचना के आधार पर पता चला है कि करीब 1.17 लाख से भी अधिक प्रवासी कामगार देश के 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे हैं। परिवहन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह संख्या बढ़ सकती है। इनमें छात्र, पर्यटक सहित अन्य लोगों को जोड़ते हैं तो यह संख्या बहुत बड़ी होगी।

Bhupesh Baghel

@bhupeshbaghel

केंद्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल जी को पत्र लिखकर मजदूरों, छात्रों, परिवारों और लोगों की वापसी के लिए सुचारू आवागमन हेतु ट्रेन संचालन के लिए अनुरोध किया।

Twitter पर छबि देखेंTwitter पर छबि देखेंTwitter पर छबि देखें
422 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here