अंबिकापपुर। अंबिकापुर जिले में खनिज विभाग में काम कर रहे 3 रिश्वतखोर कर्मचारियों को कलेक्टर ने निलंबित कर दिया है। कलेक्टर ने यह कार्रवाई एक कर्मचारी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद की है। जिसमें एक महिला कर्मचारी गाड़ी मालिकों से गाड़ी छोड़ने के बदले रिश्वत मांग रही थी। इतना ही नहीं वीडियो में महिला कर्मचारी वाहन मालिकों से अपना और अपने साथ काम कर रहे कर्मचारियों का हिस्सा मांगते हुए दिखाई दे रही थीं। जिसके बाद कलेक्टर ने राजस्व शाखा में लिपिक का काम कर रही नीता मेहता, कंप्यूटर ऑपरेटर सुषमा नागवंशी और एक ड्राइवर संदीप नायक को निलंबित किया है।
दरअसल, रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें नीता मेहता वाहन मालिकों से रिश्वत मांगते दिखाई दे रही थीं। इसके अलावा वो वीडियो में अपने साथी कर्मचारियों को हिस्सा देने और उनके टेबल पर उनके हिस्से का पैसा रखने की बात भी कर रही थीं। इसके बाद पीड़ितों ने पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था।
कुछ दिन पहले खनिज विभाग के इंस्पेक्टर आर.एल राजपूत विभागीय गाड़ी से अपने विभाग के चालक संदीप के साथ सीतापुर इलाके मे रेत की खदान देखने गए थे। इसी दौरान उन्होंने सीतापुर में ही अवैघ रूप से कुछ गाड़ियों को गिट्टी और रेत ले जाते देखा। इस पर उन्होंने गाड़ियां रुकवाकर चालानी कार्रवाई की। लेकिन वाहन मालिकों के पास कैश नहीं थी। जिसके चलते उन्होंने ऑलनाइन पेमेंट किया।
इधर, पेमेंट लेने की जिम्मेदारी ड्राइवर संदीप की ही थी। संदीप ने वाहन मालिकों से चालानी रकम के अलावा किसी से 500 से तो किसी हजार रुपए ज्यादा ले लिए। इस बात की जानकारी नीता मेहता को लग गई थी। वहीं वाहन मालिक जब अपने गाड़ी छुड़ाने के लिए दफ्तर पहुंचे तो नीता मेहता उनसे अपना और सुषमा नागवंशी का हिस्सा मांगने लगीं। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो गया। जिसमें तीनों कर्मचारियों के मिलीभगत का पता चला। जिसके कारण तीनों पर कलेक्टर ने कार्रवाई की है।