इस बीच यह स्पष्ट कर दें कि, जिस दूसरे व्यक्ति को कोरोना संक्रमित पाया गया है वह किसी जमात या तबलीग का हिस्सा नहीं है, बल्कि वह मस्जिद के पास का निवासी था और नियम से मस्जिद जाता था। जिला प्रशासन ने सूचना के आधार पर प्रारंभिक तौर पर सात लोगों को क्वारनटाईन किया था, यह व्यक्ति उन्हीं में से एक है।प्रशासन ने हालाँकि इस वक्त करीब 53 लोगों को क्वारनटाईन कर रखा है।
पहला मरीज मिलते ही जिला प्रशासन ने उस पूरे ईलाके को सील कर दिया था। उस इलाक़े के लोग ना बाहर जा सकते हैं और ना बाहरी कोई उस इलाक़े में आ सकता है। प्रशासन ने पूरे इलाक़े को सेनेटाईज भी कराया है।
देर शाम दूसरे मरीज़ की पुष्टि होते ही कलेक्टर किरण कौशल हरकत में आ गई, और उन्होने रात को ही अधिकारियों की बैठक बुलाई और अब से कुछ देर पहले समूचे कटघोरा क्षेत्र में कंपलीट ब्रेक डाउन लागू करने का आदेश जारी कर दिया।
कलेक्टर किरण कौशल ने NPG को बताया “ एहतियातन सारे कदम पूर्व में ही उठा लिए गए थे, जो नया मरीज मिला है, वह जिला प्रशासन की निगरानी में था.. ऐसे पचास से उपर संदिग्ध और हैं हमें जिनकी रिपोर्ट का इंतज़ार है.. यह दूसरा मरीज मिला है लेकिन इसके मायने यह नहीं है कि सोशल हॉटस्पॉट है.. यह क्वारनटाईन था.. हमने पूरे कटघोरा क्षेत्र में कंपलीट लॉक डाउन प्रभावी कर दिया है”.
कंपलीट लॉक डाउन का अर्थ है कि सब कुछ बंद.. परिवहन से लेकर समस्त बंद.. याने कटघोरा में मौजुदा स्थिति में कर्फ़्यू ही है.. बस शब्दों की बाज़ीगरी है.. आप जिसे कर्फ़्यू समझते हैं वही प्रभावी है बस.. नाम कंपलीट लॉकडॉउन है।