रायगढ़। देशभर में कोरोना के कहर के बीच राहत की खबर है कि हमारा रायगढ़ जिला ग्रीन जोन में है, क्योंकि यहां कोरोना के एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिले हैं। इसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन ने कर दी है। लिहाजा कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन में लोंगों को कुछ राहत दी गई है। एक माह से थमे हुए जिले के लोगों को 20 अप्रैल से रोजगार, निर्माण कार्यों, सहित कई छूट दी गई है। इस दौरान मास्क लगाना जरूरी रहेगा। जारी आदेश के अनुासर सरकार ने 20 अप्रैल से लॉकडाउन के दौरान भी ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों को शुरू करने सहित कुछ अन्य कामों में छूट प्रदान की है। जारी गाइडलाइन के अनुसार 16वें नंबर में उल्लेख किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्र में अर्थात नगरीय निकायों की सीमा के बाहर सड़क निर्माण, सिंचाई परियोजनाओं, भवन निर्माण को छूट, वाटर सप्लाई एवं स्वच्छता, सौर उर्जा और विद्युत ट्रांसमिशन लाईन, दूरसंचार के लिए ऑप्टिकल फाइबर एवं केबल डालने का काम और सभी प्रकार के उद्योग सहित निर्माण परियोजनाएं को छूट दी है। शहरी क्षेत्रों में भी कंस्ट्रक्शन वर्क को छूट, लेकिन सिर्फ उन्हीं को जहां साइट पर ही वर्कर उपलब्ध हैं।
लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में मिली इस छूट का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं मिल रहा है। क्यों कि गाइडलाइन में नगरीय निकायों की सीमा के बाहर सड़क निर्माण, सिंचाई परियोजनाओं, भवन निर्माण को छूट, वाटर सप्लाई एवं स्वच्छता, सौर उर्जा और विद्युत ट्रांसमिशन लाईन, दूरसंचार के लिए ऑप्टिकल फाइबर एवं केबल डालने का काम और सभी प्रकार के उद्योग सहित निर्माण परियोजनाएं को छूट दी है लेकिन उस क्षेत्र में इन सभी कार्यों को संचालित करने के लिए जो सामानों की जरूरत होगी जो क्षेत्र के स्थानीय दुकानों से ही मिल पायेगी उन्हे खोलने की अनुमति नहीं दी है या कहें तो गाइडलाइन में ये दुकानें खुलेंगी या नहीं इसका उल्लेख नहीं किया गया है। जिसको लेकर दुकानदारों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
रायगढ़ जिले के महापल्ली क्षेत्र के छड़ ,सीमेंट, हार्डवेयर व्यापारी विकास अग्रवाल का कहना है कि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलो में छड़ ,सीमेंट, हार्डवेयर की दुकानें खोलने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा दी गई है लेकिन रायगढ़ में छड़, सीमेंट बेचने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी है, तो निर्माण कार्य कैसे होंगे। हार्डवेयर की दुकानें बंद रहेंगी तो घर बनाने के लिए जरूरी तार, कांटी, खीला, नट, बोल्ट जीआई तार, ब्रश, पन्नी, तगाड़ी, बेल्चा, फावड़ा कहां से मिलेंगे। इसी प्रकार प्लंबर का काम शुरू होगा किंतु उसे नल फिटिंग का काम करने के लिए जरूरी सामान नहीं मिलेगा तो कहां से लाकर काम करेगा। ऐसी ही स्थिति घरों में टॉयलेट फिटिंग करने के लिए पाइप लाइन नहीं बिछाई जा सकेगी, सीट नहीं बैठ सकेगा क्योंकि दुकानें बंद रहेंगी। छड़, सीमेंट,गिट्टी, रेती का परिवहन बंद तो फिर काम कहां से होगा।
उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि अन्य जिलों की तहर रायगढ़ जिले में भी छड़ ,सीमेंट, हार्डवेयर की दुकाने खोलने की अनुमति दें जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्य किया जा सके। जिससे ग्रामीणों को इस संकट की घड़ी में रोजगार भी मिल सके।