चक्रधरनगर क्षेत्र स्थित टाउनशिप के मकान में सुबह मिला शव, हाथ में था पेन, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, उन्हें सर्दी जुकाम था, RT-PCR जांच भी कराई, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई थी
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर निवासी प्रोफेसर प्रसन्न गुप्ता (45) अविवाहित थे और पिछले एक साल से रायगढ़ में अकेले रह रहे थे। मेडिकल कॉलेज की ओर से ही उन्हें टाउनशिप में 12 नंबर मकान मिला था। सुबह जब वे काफी देर तक दिखाई नहीं दिए तो उनके पड़ोसी डॉक्टर सुनील सिंह ने उन्हें कई बार कॉल किया, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। इसकी सूचना उन्होंने डीन को दी।
इसके बाद किसी तरह मकान का दरवाजा खोलकर अंदर घुसे तो कमरे में बिस्तर पर प्रोफेसर गुप्ता का शव पड़ा हुआ था। उस पर एक भी कपड़े नहीं थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। प्रोफेसर के शव के पास ही खाने का बहुत सारा सामान मिला है। उनके एक हाथ में पेन पकड़ा हुआ था। हालांकि मौत को लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
बताया जा रहा है कि प्रोफेसर प्रसन्न गुप्ता को कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें सर्दी-जुकाम था। उन्हें आशंका थी कि वे कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। इस पर उन्होंने RT-PCR जांच भी कराई, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा था। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर ने बुधवार को छुट्टी भी ले रखी थी। फिलहाल पुलिस उनकी मौत को लेकर जांच कर रही है।