ग्रीन पटाखे पहुंचे बाजार में, इनसे हानिकारक गैस 40 फीसदी तक होगी कम

बिलासपुर शहर के बाजारों में व्यापारी लेकर आए इको फ्रेंडली पटाखे , शहर में 24 से मल्टीपरपज स्कूल मैदान में खुलेंगी दुकानें

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में  लोगों को ग्रीन पटाखे भी मिलेंगे। दिवाली को लेकर इस बार कारोबारियों ने खास तैयारियां की हैं।  मल्टीपरपज स्कूल मैदान और रेलवे क्षेत्र में पटाखों की दुकानें सज रही हैं। 24 अक्टूबर से दुकानें पूरी तरह खुल जाएंगी। यहां 151 लाइसेंस प्राप्त पटाखा विक्रेता दुकानों का संचालन करेंगे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार रेलवे क्षेत्र में 54 और मल्टीपरपज स्कूल में 97 दुकानें लग रही हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार शहर में 2.75 करोड़ रुपए तक का पटाखा करोबार होगा।

ऐसे हैं ग्रीन पटाखे

  1.  ग्रीन पटाखे दिखने में तो सामान्य पटाखों की तरह होते हैं। इन पटाखों को जलाने पर आवाज भी सामान्य पटाखों की तरह निकलती है। दरअसल, सामान्य पटाखों को जलाने पर नाइट्रोजन और सल्फर गैस भारी मात्रा में निकलती हैं जो कि हमारे वायुमण्डल के लिए हानिकारक है। ग्रीन पटाखों को जलाने पर इन हानिकारक गैसों में 40 से 50 फीसदी तक कमी हो जाती है। व्यापारियों ने बताया कि 150 से 500 रुपए तक ग्रीन पटाखों की कीमत रखी गई है। इसमें फुलझड़ी, चकरी, अनार और पेंसिल शामिल है। थोक व्यापारियों का कहना है कि पहले की अपेक्षा अब पटाखों की ब्रिक्री में कमी आ गई है। पहले 4.75 करोड़ रुपए का करोबार हुआ था।
  2. नगर निगम के सब इंजीनियर जुगल सिंह ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी पूरी कर ली है। मल्टीपरपज मैदान के बीच में चार डॉक्टरों की टीम, 4 से 6 पुलिस के जवान और फायर फाइटिंग के 6 लोग तैनात रहेंगे। बाहर पानी के टैंकर और फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की गई है ताकि आग लगने पर बचाव के उपाय हो पाएं। इसके अलावा प्रत्येक दुकान में रेत और अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था की गई है। नहीं रखने पर कार्रवाई होगी। पटाखा व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुनील वाजपेयी ने बताया कि इस दीपावली 10 रुपए से लेकर 8 हजार तक के पटाखे बाजार में उपलब्ध हैं।

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