रायगढ़, 24 फरवरी 2020/ जिला पंचायत रायगढ़ का प्रथम सम्मिलन एवं शपथ ग्रहण गरिमामय समारोह में 24 फरवरी को संपन्न हुआ। शपथ उपरांत नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने कार्यभार संभाला। समारोह की शुरूआत राजगीत अरपा पैरी के धार के गायन से हुई। तत्पश्चात जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, उपाध्यक्ष श्री रोहिणी प्रताप सिंह राठिया तथा समस्त सदस्यों का स्वागत किया।
समारोह में सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा अध्यक्ष-श्री निराकार पटेल, उपाध्यक्ष-श्री रोहिणी प्रताप सिंह राठिया तथा सदस्य-संगीता गुप्ता, पुनीता दिलीप पटेल, आकाश मिश्रा, गोपिका गुप्ता, सविता खेमराज नायक, अब बैजन्ती नंदू लहरे, तुलसी विजय बसंत, अनिका बिनोद भारद्वाज, सीता चिंतामणी पटेल, कैलाश शक्राजीत नायक, अजय जवाहर नायक, विलास तिहारूराम सारथी, संतोषी राठिया, पूर्णिमा विजय जायसवाल, अवधराम पटेल, संतोष कुमार राठिया, सहोद्रा राठिया, रोहिणी बसंत राठिया, देवेन्द्र प्रताप सिंह, यशोमति सिदार, मालती निलाम्बर राठिया, रामनाथ बैगा एवं गौरीशंकर राठिया को शपथ दिलाई गई।
अध्यक्ष श्री निराकार पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों का विकास व अंतिम व्यक्ति तक शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाना हम सभी प्रतिनिधियों की जवाबदारी है। शासन की मंशा अनुरूप जनहितैषी योजनाएं ग्रामीण क्षेत्र में सुचारू रूप से संचालित हो जिसके लिए हम सभी प्रतिनिधि एकजुट होकर काम करेंगे और विश्वास है कि अपने प्रयासों से रायगढ़ जिले को ग्रामीण विकास के क्षेत्र में प्रदेश में अव्वल स्थान दिलायेंगे। उपाध्यक्ष श्री रोहिणी प्रताप सिंह राठिया ने कहा कि मैं जनता की भावनाओं के अनुरूप उनके विकास व सेवा में सदैव तत्पर रहूंगा। जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि हम सब मिलकर अगले पांच साल एक साथ काम करें जिससे ग्रामीण क्षेत्र में शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके और रायगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र उन्नति के नये सोपान तय करें।
शपथ उपरांत सभी सदस्यों को सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा उपहार स्वरूप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग ‘ , ‘भारत का संविधान ‘ तथा ‘अपने क्षेत्र का विकास कैसे करें ‘ पुस्तकें दी गई। इस दौरान अतिरिक्त सीईओ जिला पंचायत श्री बी.बी.तिग्गा ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य श्री राजेश डेनियल ने किया। समारोह में बड़ी संख्या में जनसामान्य उपस्थित रहे।