रायगढ़, 19 नवम्बर 2020/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति के स्वास्थ्य विभाग की साप्ताहिक बैठक ली। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने लक्षणों के प्रति गंभीरता दिखानी होगी। लक्षण उभरने पर चिकित्सकों के परामर्श से ही इलाज लेना चाहिये। उन्होंने पिछले सप्ताह कोविड से हुई मौतों का हवाला देते हुये कहा कि इनमें से कई लोगों ने लक्षण उभरने पर मेडिकल से खुद से दवाईयां ली। अपनी सही समय पर जांच नहीं करवायी ओर जब स्थिति गंभीर हुई तब अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि से कहा कि सभी मेडिकल संचालकों के लिये निर्देश जारी किये जाये कि कोरोना लक्षण से जुड़ी बीमारियों की दवायें डॉक्टर के पर्ची के आधार पर दी जाये। साथ ही निजी चिकित्सकों को भी निर्देशित किया जाये कि वे प्रत्येक लक्षण युक्त मरीज का अनिवार्य रूप से टेस्टिंग करवाये।
स्वास्थ्य के प्रति सचेत व लक्षणों को गंभीरता से लेना जरूरी
बैठक में रायगढ़ में पिछले सप्ताह के दौरान हुई मौतों की समीक्षा की गई। जिसमें प्रमुख रूप से यह तथ्य सामने आयी कि लोग लक्षणों को शुरूआती दौर में गंभीरता से नहीं ले रहे है और स्थिति गंभीर होने और फेफड़े में संक्रमण बढऩे पर अस्पताल पहुंच रहे है। ऐसी स्थिति में कई मरीजों के अस्पताल पहुंचने के चौबीस घंटे के भीतर ही मृत्यु हो गई है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों से बचने के लिये लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। लोग साधारण सर्दी, बुखार, खांसी, श्वास लेने में तकलीफ तथा कोरोना से जुड़ी अन्य कोई भी समस्या होने पर तत्काल टेस्ट कराये। उन्होंने चिन्हांकित हाईरिस्क वाले मरीजों की अनिवार्य टेस्टिंग करने के लिये कहा। लोगों को जागरूक करने के लिये जनप्रतिनिधियों, सरपंचों तथा पार्षदों को भी साथ जोडऩे के निर्देश दिये।
ज्यादा मरीज वाले इलाकों में चलाये सघन जांच व जागरूकता अभियान
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिन क्षेत्रों में लोग लक्षणों का छुपा रहे है और बाद में वहां से अधिक मरीज निकल रहे है, उन ईलाकों को विशेष रूप से चिन्हांकित करते हुये वहां जागरूकता तथा कोरोना जांच अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाने के लिये कहा। उन्होंने होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों के नियमित फालोअप तथा टेली कंसल्टेशन नियमित रूप से करने के लिये कहा। निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड की उपलब्धता का डिस्प्ले अपने अस्पताल के इंक्वायरी काउंटर में करने के निर्देश दिये।
इस दौरान सहायक कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी व निजी अस्पताल संचालक मौजूद रहे।