25 वर्षों से सिकलिन बीमारी से परेशान था डॉक्टर, अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सुलझेगी गुत्थी
भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर का शुक्रवार को शव उनके ही क्लीनिक में मिला है। पुलिस को शंका है कि डॉक्टर की मौत ब्रेन हेमरेज या हार्टअटैक से हुई है। एफएसएल अधिकारी डॉक्टर के आत्महत्या करने की आशंका जता रहे हैं। बुधवार दोपहर करीब 2 बजे डॉक्टर रााधिका नगर स्थित अपने घर से क्लीनिक जाने का बोलकर निकला था। देर रात गोवा से लौटने के बाद डॉक्टर का बेटा उनसे मिलने के लिए क्लीनिक पर गया था। घटना सुपेला थाना क्षेत्र की है।
खुद को अपने क्लीनिक में बंद कर लिया-पुलिस
पुलिस के मुताबिक, राधिका नगर निवासी डॉ. जीके वर्मा (65) आयुर्वेदिक डॉक्टर थे और सुपेला में उनका क्लीनिक है। बेटे रवि ने पुलिस को बताया कि वह 10 दिन पहले दोस्तों के साथ गोवा गया था। गुरुवार रात करीब 9 बजे लौटा तो पता चला कि दोपहर से पिता घर नहीं आए हैं। वहीं शाम 7 बजे क्लीनिक में काम करने वाले कर्मचारियों ने भी फोन पर सूचना दी थी कि पिता क्लीनिक नहीं पहुंचे। कर्मचारियों को घर जाने का बोल दिया था। रात को घर लौटने के बाद पिता से मिलने के लिए क्लीनिक गया था।
शव के पास खून फैला था, पीएम रिपोर्ट का इंतजार
रवि के मुताबिक पिता को 25 वर्षों से सिकलीन की बीमारी थी। इस बीमारी में शरीर का खून कम होता है। बीपी की समस्या थी। दो दिनों से पिता का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। पिता के मनोरोग डॉक्टर के पास भी इलाज चल रहा था। संभवत: ब्रेन हेमरेज की वजह से पिता के नाक और मुंह से खून बाहर निकला था। इस वजह से शव के पास खून फैला हुआ था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर पता चलेगा। हालांकि एफएसएल और पुलिस की अलग-अलग थ्योरी ने मामले काे उलझा दिया है।
मामले की जांच के बाद स्पष्ट होगी
डॉक्टर की नेचुरल डेथ हुई है। संभवत: ब्रेन हेमरेज या हार्ट अटैक से मौत हुई है। प्राथमिक तौर पर शव के पास फैले खून से हत्या की शंका लग रही थी। लेकिन जांच करने पर स्थिति स्पष्ट हो गई।
गोपाल वैश्य, टीआई सुपेला
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही वजह सामने आएगी
शव के पास कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। क्लीनिक का दरवाजा अंदर से बंद था। डॉक्टर के शव के पास उल्टी पड़ी थी। पीएम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगा।
अनुपमा मेश्राम, एफएसएल अधिकारी, दुर्ग