नई दिल्ली: लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही देश में फ्लाईटों का परिचालन पूरी तरह बंद है. इस बीच वन्दे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारत वासियों वापस लाने के लिए स्पेशल फ़्लाइट्स शुरू की गई हैं. ऐसी ही स्पेशल फ़्लाइट्स देश में मौजूद उन लोगों के लिए भी शुरू की गई हैं जिनका विदेश जाना अत्यावश्यक है. लेकिन अब सरकार की ओर से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि कुछ शर्तों के साथ घरेलू उड़ानें भी जल्द शुरू हो सकती हैं.
एएआई ने जारी किए सुरक्षा निर्देश
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ट्विट कर संकेत दिया है कि बहुत जल्द फ्लाइटों की शुरूआत होने वाली है. फ्लाईटों के फिर से शुरू होने के बाद जो मुसाफिर सफर करना चाहते है उनके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने छः सूत्रीय दिशानिर्देश जारी किया गया है.
एएआई के 6 सूत्रीय दिशानिर्देश
1. एएआई ने अपने दिशानिर्देश में कहा है कि यात्रियों के लिए आरोग्य सेतू एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा.
2. मास्क पहनने सहित दूसरे सुरक्षात्मक कदम उठाना जरूरी होगा.
3. मुसाफिरों को 4 फिट की सामाजिक दूरी यानि सोशल डिस्टेंसिंग मेंटन करना होगा.
4. बोर्डिंग कार्ड प्रिंटिग के बजाय वेब चेक इन करना होगा. और उसका प्रिंट आउट साथ रखना होगा.
5. मुसाफिरों को अपने हाथ समय समय पर धोना होगा या सैनिटाइज करना होगा. 350 ml की सैनेटाइज़र की बोतल हर समय अपने साथ रखनी होगी .
6. मुसाफिरों को एयरपोर्ट स्टॉफ के साथ सहयोग करना होगा
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री की SOP
किसी भी प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले उसका एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीज़र यानी एसओपी बनाई जाती है. लॉकडाउन के बाद या लॉकडाउन के दौरान अगर फ़्लाइटें शुरू करनी पड़ें तो उसकी एसओपी क्या होगी इस पर सिविल एविएशन मिनिस्ट्री गहन चर्चा कर चुकी है. यहां तक कि उसने अपनी ओर से प्रस्तावित एसओपी पर सभी सम्बंधित एयर लाइंस और सभी घरेलू एयरपोर्टों से सुझाव भी मांगा था. सभी स्टेक होल्डर्स ने अपने सुझाव मंत्रालय को सौंप दिए हैं. अब मंत्रालय इन सुझावों को देखते हुए अपनी फ़ाइनल एसओपी बनाएगा और स्टेक होल्डर्स के साथ साझा करेगा.
नागरिक उड्डयन मंत्री कह चुके हैं…
सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पूरी हाल ही में ज़ूम एप पर हुई एक प्रेस कॉनफ़्रेंस में कह चुके हैं कि मंत्रालय चाहता है कि जल्द से जल्द घरेलू उड़ाने शुरू हों. ताकि यात्रियों को भी सुविधा मिल सके और सिविल एविएशन इंडस्ट्री भी पटरी पर आ सके. इसके लिए ग्रीन ज़ोन में आने वाले शहरों से शुरुआत हो सकती है. हालांकि मंत्रालय और स्टेक होल्डर्स की तैयारी पूरी है लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय और राज्यों की सहमति के बाद ही किसी तारीख़ का एलान किया जाएगा.