गरियाबंद में जन्म के बाद दलदल में फंसा हाथी का बच्चा; वनकर्मियों और ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बचाई जान

फिंगेश्वर क्षेत्र में बनगवां गांव स्थित खेत में देर रात दिया था हथिनी ने बच्चे को जन्म, सुबह सूचना मिलने पर पहुंची टीम, हाथियों के दल को दूर हटाकर बच्चे को निकाला

गरियाबंद. छत्तीसगढ़ में एक ओर जहां हाथियों की मौत के तमाम मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में गरियाबंद में ग्रामीणों की मदद से वनकर्मियों ने दलदल में फंसे एक हाथी के बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया। करीब दो घंटे से चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद हाथी के बच्चे को उसके समूह के साथ भेज दिया गया। मामला फिंगेश्वर क्षेत्र का है।

बच्चे को जन्म देने के बाद मादा हाथी आगे बढ़ ही रहे थी कि बच्चा दलदल में जा फंसा। वो हाथियों के दल के साथ थी। कुछ हाथी आगे बढ़ गए, लेकिन मां अपने बच्चे को बचाने में जुटी रही। सुबह जब वन विभाग की टीम पहुंची तो ग्रामीणों की मदद से हाथी को दूर हटाया गया।

दरअसल, बनगवां गांव के एक खेत में गुरुवार देर रात करीब 2 बजे एक मादा हाथी ने बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद वो खेत से लगे दलदल में फंस गया। सुबह ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस पर वन विभाग के उच्च अधिकारी डॉक्टर पहुंचे। रायपुर से विशेष टीम भी पहुंची। इसके बाद हाथी के बच्चे को दलदल से निकाला गया।

20 हाथियों के दल के साथ थी, मां बचाने में लगी रही
बच्चे को जन्म देने के बाद मादा हाथी आगे बढ़ ही रहे थी कि बच्चा दलदल में जा फंसा। वो हाथियों के दल के साथ थी। कुछ हाथी आगे बढ़ गए, लेकिन मां अपने बच्चे को बचाने में जुटी रही। सुबह जब वन विभाग की टीम पहुंची तो ग्रामीणों की मदद से हाथी को दूर हटाया गया। तब बच्चे को निकाला जा सका। फिलहाल बच्चा स्वस्थ है और अपने दल के साथ है।

20 हाथियों का दल 15 दिन से जमाए थे डेरा
करीब 20 हाथियों का दल 15 दिन से फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र के ग्राम बोड़की फुलझार, खुड़सा, गनियारी, के जंगलों में डेरा जमाए थे। एक-दो दिन पहले ही हाथियों का दल करपीदादर बनगंवा की तरफ पहुंच गए। हाथियों के आते ही वन विभाव द्वारा पूरे आसपास के गांवों में हाई अलर्ट जारी कर हाथियों के गतिविधियों पर नज़र बनाए हुए है।


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