कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा में नवर्निमित ईएसआईसी (कर्मचारी राज्य बीमा निगम) अस्पताल को कोरोना संक्रमितों के लिए खोल दिया गया है। इस अस्पताल में 100 बेड की व्यवस्था की गई है। खास बात यह है कि इस अस्पताल का अभी तक उद्घाटन नहीं हुआ है और ना ही स्टाफ की भर्ती हुई है। वहीं प्रदेश में पहली बार कोरबा में ही निजी अस्पताल का अधिग्रहण किया गया है। इसके ट्रॉमा को आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा।
यूपीए-2 में रखी गई थी आधारशिला, बालको ने दिए संसाधन
कोरबा में खोले गए इस अस्पताल के लिए बालको (भारत एल्मुनियम कंपनी) ने संसाधन उपलब्ध कराए हैं। अस्पताल में आईसीयू सहित अन्य सुविधाएं व वार्ड हैं। इसके साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ भी नियुक्त किया गया है। अस्पताल का प्रभारी जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रिंस जैन प्रभारी को बनाया गया है। जरूरत पड़ने पर जिला अस्पताल से ही डॉक्टर उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस ईएसआईसी अस्पताल की आधारशिला यूपीए-2 के समय रखी गई थी। उस समय विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत केंद्र में मंत्री थे। ऐसे अस्पताल भिलाई और रायपुर में भी बनना था, लेकिन सिर्फ कोरबा में ही बिल्डिंग तैयार हो सकी। इसके लिए दिवंगत यूनियन नेता का खास योगदान था। ईएसआईसी कर्मचारियों के लिए इस अस्पताल में कैशलेस सुविधा सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की जानी हैं।
बालाजी अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आइसोलेशन की सुविधा
वहीं जिला प्रशासन ने निजी अस्पताल श्री बालाजी का अधिग्रहण कर लिया है। इसके ट्रॉमा सेंटर में कोरोना के संदिग्ध और हाई रिस्क मरीजों को रखा जाएगा। यहां आईसीयू सहित वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है। इसको लेकर स्वास्थ्य सचिव ने दिशा-निर्देश दिए थे। जिसके बाद कलेक्टर किरण कौशल ने आदेश जारी कर दिए। ट्रामा सेंटर हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव के लिए 200 बेड की व्यवस्था है।
छत्तीसगढ़ में कोरबा का कटघोरा कोरोना का रेड जोन
प्रदेश में कोरबा का कटघोरा इलाका कोरोना संक्रमण का रेड जोन बना हुआ है। प्रदेश में अब तक 36 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा 27 केस अकेले कटघोरा से हैं। इसके अलावा, रायपुर में 5, बिलासपुर, राजनांदगांव, दुर्ग और कोरबा में एक-एक मरीज मिले हैं। अब तक 11 एक्टिव केस हैं। बाकी के स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।