शिव तांडव को तबले की थाप से किया अभिव्यक्त
रायगढ़। चक्रधर समारोह में आज भोपाल के प्रसिद्ध तबला वादक अंशुल प्रताप सिंह ने अपने तबले की थाप से संगीत की इस सुरमयी शाम को गूंजायमान कर दिया। उन्होंने कैलाश पर्वत पर भगवान शिव के तांडव नृत्य को तबले की थाप से अभिव्यक्त किया। श्री अंशुल ने अपने दादा श्री हरिश्चंद्र सिंह और पिता ठाकुर उदय प्रताप सिंह से तबले की प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। वर्तमान में वे अपने गुरु श्री संजय सहाय से तबला वादन का विशेष प्रशिक्षण ले रहे हैं। अंशुल ने सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड सहित देश-विदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने ताज महोत्सव, खुजराहो महोत्सव सहित विभिन्न समारोह एवं अवसरों पर अपने तबला वादन से कला प्रेमियों को संबोधित किया। उन्होंने मोहन वीणा वादक पंडित विश्व मोहन भट्ट, बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया जैसे विश्व विख्यात कलाकारों के साथ तबले पर संगत किया।