रायगढ़। देर रात घर में आग लगने से एक अधेड़ महिला जिंदा जल गई। वहीं बुजुर्ग महिला और मृतका का भाई बाल-बाल बच गए। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत तुरा पारा में दिल दहला देने वाली घटना रात करीब दो बजे हुई। आगजनी का कारण शार्ट सर्किट होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गहरी नींद में सो रही 55 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका जिंदा जल गई। मिली जानकारी के अनुसार मृतिका कविरन बी पति मोहम्मद मीर माजिद अली उम्र 55 वर्ष वार्ड नम्बर 11 तुर्का पारा मुस्लिम गंज की रहने वाली थी। मृतिका अपनी 90 वर्षीय बूढ़ी माँ बसरिन और भाई मोहम्मद शरीफ के साथ निवास करती थी। वह अपने गृह वार्ड में आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर सेवारत थी।
कवरिन बी रोजाना की तरह घर का कामकाज निपटाकर रात में अपने कमरे में सो रही थी। परिजनों के मुताबिक रात्रि लगभग ढाई बजे के आसपास घर में अचानक धुंआ भरने लगा। गहरी नींद में सोए लोग जब तक धुएं की वजह समझ पाते तब तक यह पूरे कमरे में भर गया। दम घुटने वाली स्थिति उत्पन्न हो गई। जैसे-तैसे कमरे से बाहर निकले।
आलम यह रहा कि जब तक कोई कुछ कर पाता तब तक आग की तेज लपटें कवरिन बाई के कमरे से निकलने लगी। इससे घर में अफरा-तफरी और चीख पुकार मच गई। जिसे आसपास के लोगों ने सुनते ही मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य में जुट गए। पड़ोसियों ने घर के ड्रम में भरे पानी से आग को बुझाने की नाकाम कोशिश की। साथ ही दमकल वाहन को फोन कर घटना की जानकारी दी।
दमकल वाहन जब तक मौके पर पहुंची तब तक आग की लपटों से घिरा घर व कवरिन बी का कमरा धूं-धूंकर जलने लगा था। दमकल कर्मी आग को भारी मशक्कत के बाद बुझा पाए। किसी तरह से कवरिन बी को बाहर निकाला गया। अचेत अवस्था मे अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे के बारे में परिजन, पड़ोसियों और दमकल की टीम का कहना है कि आग की वजह शार्ट सर्किट हो सकता है। कोतवाली पुलिस महिला के शव को पीएम के बाद दाह संस्कार के लिए परिजनों के सपुर्द कर मामले की जांच कर रही है।