धान तस्करी की कार्रवाई पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने उठाए सवाल, कहा- किसानों को बेईमान समझकर उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में धान तस्करी पर हो रही कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि बॉर्डर में जितना धान रोकना है रोकिए, लेकिन किसानों को इतना बेईमान मत समझिए कि उनके धान को रोककर उनके खिलाफ ही कार्रवाई की जाए. मंडी में धान बेचने को प्रतिबन्ध लगा देते है, तो सरकार कम से कम किसान को पचास फीसदी राशि उपलब्ध करा दे.

रमन सिंह ने कहा कि सरकार ऐसी व्यवस्था कर दे कि किसानों से 50 फीसदी राशि देकर धान ले लिया जाए और जब समर्थन मूल्य में खरीदी का मौका आये तो बाकी रकम बाद में दे दिया जाए. यदि बॉर्डर क्रॉस कर दो सौ किलोमीटर राज्य के अंदर अवैध परिवहन हो रहा है, तो क्या चेक पोस्ट काम नहीं कर रहा है ? अंतरराज्यीय बॉर्डर पर चौकसी होनी चाहिए. बॉर्डर को सील कर देना चाहिए.

उन्होंने कहा कि धान के अवैध अंतरराज्यीय तस्करी पर प्रतिबंध लगाने को मैं उचित कदम मानता हूँ, मैं इसका विरोध नहीं करता, लेकिन आश्चर्य होता है कि इसकी आड़ में किसानों को परेशान किया जा रहा है. मुझे पता चला है कि बिलासपुर, बलौदाबाजार, रायपुर के आस-पास के क्षेत्रो में अवैध रूप से धान को पकड़ने का काम हो रहा है. इस समय किसानों के पास विकल्प नहीं है. वह अपना धान लेकर बाजार जा रहा है. 1200-1300 रुपये में किसान धान बेच रहा है. यदि धान और पर्ची को लेकर मंडी भी जा रहा है, तो उन्हें रोका जा रहा है. किसानों के खिलाफ केस बनाये जा रहे हैं. ये बंद होना चाहिए.


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