अनलाॅक-2 का दूसरा दिन / दूसरे राज्य से आकर 24 घंटे से ज्यादा रुके तो क्वारैंटाइन होना पड़ेगा; महासमुंद के क्वारैंटाइन सेंटर में 11 साल की बच्ची की मौत

अनलॉक-2 को लेकर केंद्र सरकार ने नियम बदले, राज्य ने नहीं, एक से दूसरे जिले में जाने के लिए भी ई-पास जरूरी

केंद्र की गाइडलाइन में दुकानें रात 10 बजे तक खुल सकती हैं, लेकिन प्रदेश में सिर्फ 9 बजे तक के लिए ही दी गई छूट

रायपुर. अनलॉक-2 में केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर कई बदलाव किए हैं। छूट का दायरा भी बढ़ाया गया है। केंद्र ने जिलों और प्रदेश में आने-जाने के लिए ई-पास की अनिवार्यता खत्म कर दी है, लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा नहीं है। यहां अब भी एक जिले से दूसरे में जाने के लिए ई-पास बनवाना होगा। वहीं, राज्य के बाहर से आने वाला कोई व्यक्ति 24 घंटे से ज्यादा छत्तीसगढ़ में रहता है, तभी उसे क्वारैंटाइन रहना होगा।

ई-पास लेने की सुविधा आसान बनाई गई

  • प्रदेश की सीमा अब भी सील रखी गई है। ई-पास में सीमा पार करने की अवधि साफ दर्शाई जा रही है।
  • ई-पास के लिए ऑनलाइन आवेदन करना आसान है। अनुमति पत्र लेने के भी दफ्तरों में जाने की जरूरत नहीं है। प्रिंट निकाल सकते हैं या फिर स्क्रीनशॉट ले सकते हैं।
  • ई-पास एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए https://play.google.com/store/apps/details?id=com.allsoft.corona. लिंक पर जाना होगा।
  • इंटरस्टेट अनुमति के लिए भी https://epass.cgcovid19.in/ पर ऑनलाइन जानकारी के साथ ही दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे।
  • राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अभी रात 9 बजे तक ही दुकानें खोलने की अनुमति है। कारोबारियों ने अभी रात 9 बजे तक ही दुकानें खोलने में सहमति दिखाई है।

क्वारैंटाइन अवधि पूरी कर घर जाने के दिन ही बच्ची की मौत
महासमुंद के बागबाहरा विकासखंड में ग्राम सुखरीडबरी स्थित क्वारैंटाइन सेंटर में 11 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। अशोक विश्वकर्मा अपनी पत्नी और बेटी ममता के साथ उत्तर प्रदेश से 17 जून को वापस लौटा था। उन्हें मिडिल स्कूल सुखरीडबरी में क्वारैंटाइन किया गया। अवधि बुधवार को ही समाप्त हुई थी और वे घर जाने वाले थे। बच्ची के मौत का कारण किडनी में पानी भरना, पेशाब की थैली में संक्रमण और खून की कमी बताया जा रहा है।

प्रवासी श्रमिकों को भी राज्य में रोजगार व राशन दे रहे: भूपेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण प्रदेश के बाहर से तीन लाख से ज्यादा श्रमिक छत्तीसगढ़ लौटे हैं। इनमें से अधिकांश क्वारैंटाइन की अवधि पूरा कर अपने घर जा चुके हैं। स्वस्थ हो चुके श्रमिकों के जीवनयापन के लिए सरकार उन्हें रोजगार से जोड़ने की पहल कर रही है। ऐसे श्रमिकों को भी मनरेगा और अन्य शासकीय निर्माण कार्यों से जोड़कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करा रही है। साथ ही सभी श्रमिकों का राशन कार्ड बनाकर उन्हें राशन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

पोस्ट कोविड तैयारियों पर टूरिज्म बोर्ड की 3 दिवसीय ट्रेनिंग आज से
पोस्ट कोविड तैयारियां कैसे की जाएं, इसे लेकर होटलों के संचालक और रिसॉर्ट के अफसर-कर्मियों को गुरुवार से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट की ओर से 3 दिवसीय प्रशिक्षण सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक चलेगा। इसमें राज्य के करीब 32 निजी होटल ऑपरेटर्स और छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा संचालित रिसॉर्ट्स के 27 प्रबंधक, पर्यटन अधिकारी शामिल होंगे।


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