मगरलोड के डाबा ढाबा का मामला, तड़के 4 साथियों की मदद से दरवाजा तोड़कर वहां से भागे
थाने के सामने पहुंचकर हुए बेहोश, प्राथमिक उपचार के बाद एफआईआर दर्ज कराई जा रही
धमतरी. छत्तीसगढ़ के धमतरी में रेत खनन माफिया ने जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई की। करीब 3 घंटे तक बंधक बनाने के दौरान बेल्ट और डंडों से पीटा गया। किसी तरह से शुक्रवार तड़के वहां से दरवाजा तोड़कर भागे और थाने पहुंचे। यहां पर रुद्री थाने के सामने ही बेहोश होकर गिर पड़े। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल मामले में एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है।
जानकारी के मुताबिक, जिला पंचायत सदस्य खूबलाल लाल धुरू को गुरुवार रात सूचना मिली थी कि मगरलोड के राजपुर स्थित डाभा क्षेत्र में रेत का अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। इस पर वे अपने साथ 5-6 लोगों को लेकर मौके पर पहुंच गए। ट्रक और ट्रैक्टर पर रेत का अवैध परिवहन होते देख उन्होंने विरोध किया। आरोप है कि इसके बाद खनन कर रहे लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान दो लोग वहां से जान बचाकर भाग निकले।
आरोपियों की अभी पहचान नहीं हो सकी है
जबकि जिला पंचायत सदस्य खूबलाल सहित अन्य को आरोपियों ने बंधक बना लिया। इन्हें वहीं बने कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद बेल्ट और डंडों से बुरी तरह पिटाई की गई। तड़के करीब 4.30 बजे किसी तरह दरवाजे की कुंडी तोड़कर वहां से भाग निकले। इसके बाद रुद्री थाने पहुंचे और बाहर ही बेहोश होकर गिर गए। इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें अस्पताल ले गए और प्राथमिक उपचार किया गया। अभी आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है।
कुरूद पुलिस पहुंची, लेकिन मूकदर्शक बनी रही
जिला पंचायत सदस्य खूबलाल लाल धुरू ने आरोप लगाया है कि इस दौरान कुरूद पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन वह भी मूक दर्शक बनकर देखती रही। पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाती तो ऐसा नहीं होता। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीति शह और पुलिस की देखरेख में सारा अवैध खनन का कारोबार चल रहा है।
15 जून से बंद है रेत खनन
दरअसल, बारिश के चलते 15 जून से रेत खनन बंद करा दिया गया है। बावजूद इसके अवैध रूप से खनन चलता रहता है। कई बार ट्रैक्टर और ट्रक जब्त भी किए गए हैं, लेकिन खास असर नहीं पड़ा। इससे पहले राजिम में बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत का अवैध परिवहन कर रहे 5 ट्रक को जब्त किया गया था। एसडीएम आरंग विनायक शर्मा ने पारागांव रेत घाट में कार्रवाई की। वहीं रायगढ़ में तो खनिज विभाग की टीम पर ही माफिया ने हमला कर दिया था।