रायगढ़। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना पूरी दुनिया कर रही है इस गंभीर महामारी से कई उन्नत और विकसित देश विकट स्थिति में हैं । ऐसी गंभीर स्थिति को संभालने के लिए शासन, प्रशासन, पुलिस विभाग सहित तमाम सरकारी एजेंसियां, एन.जी.ओ. व प्रबुद्धजनों की भागीदारी इस संकटकाल से उबरने में प्रयासरत है । बुद्धिजीवियों का मानना है कि समय इंसानियत दिखाने की है जितना हो सके जरूरतमंदों की मदद की जावे और इस कोरोना महामारी की बढ़ती श्रृंखला को तोड़ने के लिए घर में ही सुरक्षित रहकर भी एक समाज सेवा की जा सकती है ।
पुलिस अधीक्षक रायगढ़ श्री संतोष कुमार सिंह एक सख्त पुलिस अफसर के साथ मानवीय संवेदनाओं को अपने कार्य में विशेष स्थान देते हैं और इस कोरोना काल में हम सब ने उनकी मानवता के कार्यों को रायगढ़ पुलिस के जरिए होते देखा है ।
बात रविवार की रात्रि कटारा जंक्शन से रायगढ़ श्रमिक स्पेशल ट्रेन में आए एक ओडिशा के गंजाम जिले के परिवार से ताल्लुक रखती है । पुलिस अधीक्षक रायगढ़ रविवार की दरमियानी रात स्वयं अपने स्टाफ के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर व्यवस्था बनाने में अधिकारियों/कर्मचारियों को दिशा निर्देशित कर रहे थे । वे स्वयं प्लेटफार्म में मजदूरों से बातचीत कर उनका हाल-चाल पूछ रहे थे । इसी दौरान एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने एसपी श्री संतोष कुमार सिंह को बताया कि वह ओडिशा के गंजाम जिले का रहने वाला है उसकी बेटी जम्मू कश्मीर में आइटीबीपी पुलिस में है । लॉक डाउन के पहले अपनी बेटी को लेने जम्मू गया था । लाक डाउन के कारण वहीं फस गया था । लाक डाउन फेस फोरर्थ में ट्रेनों के चलने पर रायगढ़ तक अपने परिवार के 06 सदस्यों को लेकर आया । अब उसके पास समस्या यह थी कि रायगढ़ से गंजाम कैसे पहुंचा जाए । एसपी श्री संतोष सिंह ने भी बताया कि गंजाम तक ट्रेन अभी नहीं चल रही है फिर भी आप लोगों को हम ओडिशा जिले के झारसुगुड़ा तक वाहन व्यवस्था कर पहुंचा सकते हैं । उन्होंने टीआई जुटमिल अमित शुक्ला को व्यवस्था देखने कहा गया कि टी.आई. अमित शुक्ला द्वारा परिवार के लिए सुबह एक स्कार्पियो वाहन की व्यवस्था कर उन्हें झारसुगड़ा तक छुड़वाया गया , रात्रि में उनके रूकने की व्यवस्था रेल्वे स्टेशन पर थी । इस मदद से उक्त परिवार रायगढ़ पुलिस को धन्यवाद देते हुए परिवार के मुखिया को गर्व हुआ कि वह भी कभी पुलिस की सेवा में था ।