सर्वेक्षण में सफाई व्यवस्था से जुड़े सवालों के जवाब से तय होगी रैंकिग, स्वच्छता एप से एक क्लिक में मिलेगी सारी जानकारी
रायगढ़, 8 जनवरी2020/ भारत सरकार के आवासीय और शहरी मामलों के मंत्रालयों द्वारा दुनिया का सबसे बड़ा शहरी सफाई और स्वच्छता सर्वेक्षण किया जा रहा है। प्रत्येक तिमाही में शहरों की स्वच्छता आंकने के लिए किया जाने वाले सर्वेक्षण के इस वर्ष के तीसरे चरण के लिए सर्वे 4 जनवरी से प्रारम्भ हो चुके हैं जो 31 जनवरी तक चलेंगे। इस दौरान शहरों में सर्वेक्षण टीम पहुंचकर निवासियों से स्वच्छता के बारे में फीडबैक लेगी। मूलत: शहरों और महानगरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने तथा नागरिक सेवा वितरण में सुधार, स्वच्छ शहरों का निर्माण और सफाई के प्रति नागरिकों के व्यवहार व सोच में परिवर्तन लाना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। सर्वे करने वाली टीम शहर का दौरा कर लोगों से शहर की साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाओं के बारे में उनकी राय लेगी। जिसके आधार पर स्वच्छता रैंकिग दी जाएगी। नगर निगम में सभी अधिकारी कर्मचारी स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए जुटे हुए हैं। नगर निगम आयुक्त श्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि प्रशासनिक पहल के साथ जनसहयोग से स्वच्छता की इस राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में शहर को बेहतर रैंकिग दिलाने की मुहिम में हम जरूर सफल हो सकते हैं।
आयुक्त श्री गुप्ता ने बताया कि शहर सौन्दर्यीकरण के लिए वाल पेंटिंग, पोस्टर आर्ट व स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 से संबंधित चित्रकारी भी करवाई जा रही है जिसमें कला व लोक संस्कृति की झलक भी देखी जा सकती है। डिवाइडरों को पेंट करवाया जा रहा है। शहर के विभिन्न इलाकों में कबाड़ से जुगाड़ वाले छोटे-छोटे पार्क बनवाये जा रहे हैं। जो शहर की सुंदरता बढ़ा रहे हैं। आयुक्त श्री गुप्ता ने बताया कि सुनियोजित कार्ययोजना बनाकर जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया है जिसके सकारात्मक परिणाम भी दिखने प्रारंभ हो चुके हैं। शहर पहले से अधिक साफ-सुथरा व आकर्षक हुआ है। नगर निगम आयुक्त श्री राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया की सर्वे करने वाली टीम निर्धारित मापदंडों के अनुसार स्वच्छता के कार्य को परखेगी, जिसमे सबसे पहले डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, वार्ड स्तर पर कचरे का पृथक्करण, सुबह-शाम सड़कों की होने वाली सफाई देखेगी और वार्ड डस्ट बिन फ्री है या नहीं यह भी जांचेगी। दूसरे और तीसरे मापदंड के तहत पेनाल्टी स्पॉट, गंदगी हटाने की प्रक्रिया और सौंदर्यीकरण का काम देखेगी।
उन्होंने सफाई की प्रक्रिया के बारे में बताया कि निगम द्वारा गीला और सूखे कचरे का अलग-अलग उठाव किया जा रहा है, जहां से यह प्रोसेसिंग के लिए एस.एल.आर.एम.सेंटर्स में भेजा जाता है। जहां उसका वैज्ञानिक निपटान होता है। शहर के आवासीय व व्यवसायिक क्षेत्रों में सड़क व नाली की नियमित सफाई व सतत् मॉनिटरिंग, दवा का छिड़काव, सामुदायिक शौचालय व ओडीएफ की स्थिति की जांच, स्वच्छता कर्मियों को सुरक्षा उपकरण का वितरण आदि निगम द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ शहर में प्लास्टिक बैन, यूजर चार्ज निर्माण कार्य के मलबों का बेहतर इस्तेमाल भी हो रहा है। सफाई के प्रति जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और गन्दगी फैलाने वालों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।
सर्वे करने वाली टीम लोगों से शहर की सफाई व्यवस्था, कचरा उठाव, इसके निपटान व उससे जुड़े कार्यक्रमों के संबंध में सवाल करेगी, जिसके जवाब के आधार पर ही शहर की स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिग तय की जाएगी।
स्वच्छता एप डाउनलोड करने से मिलेगी सुविधाओं की एक क्लिक में जानकारी
नगर निगम आयुक्त राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता कहा की स्वच्छता एप को अधिक से अधिक संख्या में डाउनलोड करने से लोगों को अपने क्षेत्र में निगम से मिलने वाली सर्विसेज और उससे जुडी शिकायत ऑनलाइन कर पाने की सुविधा मिलेगी। अधिक संख्या में स्वच्छता एप डाउनलोड होने से शहर को स्वच्छता रैंकिंग में बेहतर स्थान मिलेगा। अत: अधिकाधिक स्वच्छता एप डाउनलोड करने की अपील की है, जिसे गूगल प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद करते हैं जनसहयोग से हम शहर को इस सर्वेक्षण में गौरवपूर्ण स्थान दिला सकेंगे।