रायगढ़। चक्रधर समारोह के छठवें दिन आज रायपुर की नन्ही कलाकार अन्विता विश्वकर्मा ने पूरे चक्रधर समारोह में यश की चांदनी बिखेरी। अन्विता विश्वकर्मा ने गणपति जगवंदन पर नृत्य और भाव की बहुत ही सुंदर और सुमधुर कत्थक की प्रस्तुति दी जिसने सभी श्रोताओं का मन मोहा। सुश्री अन्विता विश्वकर्मा मात्र तीन वर्ष की उम्र से नृत्य कला से जुड़ गई थी। वर्तमान में वे लखनऊ घराने के कत्थक नृत्य में निपूर्ण हो चुकी है। वे श्री अनुराग ठाकुर की शिष्या है। सुश्री अन्विता विश्वकर्मा अपने दादा आर.एस. विश्वकर्मा जैसा आईएएस ऑफिसर बनना चाहती है।