रायगढ़। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार व रायगढ़ के युवा विधायक प्रकाश नायक के कार्यों से प्रभावित होकर पुसौर ब्लाक के बाराडोली के सरपंच सहित 50 से अधिक ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रवेश किया। विधायक प्रकाश नायक ने कांग्रेस मे प्रवेश करने वाले सभी लोगों का पार्टी में स्वागत कर उनका सम्मान किया।
गौरतलब है कि वर्तमान में प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा जनहित में किये जा रहे कार्यों व रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक की कार्यशैली से प्रभावित होकर कांग्रेस प्रवेश किये जाने का सिलसिला जारी है। पिछले माह भर में रायगढ़ व पुसौर क्षेत्र में लगभग सैंकडों लोगों ने कांग्रेस प्रवेश किया है। इससे निश्चित तौर से पार्टी को मजबूती मिल मिलेगी। इसी कड़ी में कल रविवार को बाराडोली में आयोजित गौठान निर्माण भूमिपूजन कार्यक्रम के अवसर पर विधायक श्री नायक की उपस्थिति में जनपद सदस्य कैलाश चंद्र पाईक के नेतृत्व में बाराडोली के सरपंच धनमाली साव, पूर्व सरपंच परमेश्वर साव, अनंत देवेन्द्र साव, दिनेश यादव, भोगीलाल सिदार, लक्ष्मण यादव, बाबाजी साव, गोवर्धन साव, विसम्बर दास, चतुर सिदार, केदार सिदार सहित कई लोगों ने कांग्रेस में प्रवेश किया। इस मौके पर विधायक ने पार्टी में शामिल होने वाले सभी लोगों का सम्मान करते हुए उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि इतनी बडी संख्या में आपके आने से हमारी पार्टी को मजबूती मिलेगी। मैं आप लोगों का तहेदिल से स्वागत करता हंू। सरपंच सहित वहां मौजूद अन्य लोगों ने उनका आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से पुसौर क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि रोहित साव, डोलेश्वर गुप्ता और जनपद पंचायत अध्यक्ष सुशील भोय, उपाध्यक्ष गोपी चौधरी, जनपद सदस्य रामनारायण नंदे, कैलाश चंद्र पाइक, पड़ीगांव सरपंच सतनारायण प्रधान, लक्ष्मी पटेल सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामीण जन उपस्थित थे।
बाजेगाजे के साथ स्वागत
विधायक प्रकाश नायक के ग्राम पंचायत बाराडोली व आश्रित ग्राम सिंगपुरी आगमन पर क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने बाजेगाजे के साथ उनका अभूतपुर्व स्वागत किया। गांव के सीमा से विधायक श्री नायक का फूलमालाओें के साथ स्वागत करते हुए उन्हे कार्यक्रम स्थल तक ले जाया गया। गांव भ्रमण के दौरान कई स्थानों पर घर से बाहर निकलकर भी लोगों ने उनका अभिनंदन किया।
बुजुर्गों का किया सम्मान
कार्यक्रम में विधायक प्रकाश नायक ने सिंगपुरी के बुजुर्गों को साल व कंबल देकर उनका सम्मान किया। चुंकी ठंड बढ़ती जा रही है और ऐसे में गरम कपड़े की जरूरत महसूस हो रही है इसे ध्यान में रखते हुए उन्हे कंबल इत्यादि दिये गये।