रायगढ़। प्रगतिनगर रायगढ़ निवासी श्री नरेश चंद्र भोई के डेढ़ माह के नन्हे पुत्र ओम भोई की जन्म के बाद से ही बांयी ओर का चेहरा लकवा ग्रस्त हो गया था। ओम का जन्म 30 नवम्बर 2019 को जिला अस्पताल में हुआ है। उनके पिता ने बताया कि बालक को प्रारंभ में सर्दी, खांसी होने के बाद वह चेहरा टेड़ा करने लगा। पालकों ने उसे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.ताराचंद पटेल के पास इलाज के लिए लेकर गए। डॉक्टर ने इलाज उपरांत नन्हे बालक ओम को जिला जतन शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र में फिजियोथैरेपी कराने की सलाह दी। केन्द्र के न्यूरो फिजियोथैरेपिस्ट डॉ.सिद्धार्थ सिन्हा से संपर्क करके उनके मार्गदर्शन में एक माह तक नियमित फिजियोथैरेपी किया गया। थैरेपी करने के बाद बच्चे का चेहरा ठीक होने लगा और नन्हा बालक लकवा से मुक्त हो गया है।
डॉक्टरों ने बताया कि इस बीमारी को फेशियलपाल्सी कहते है। ठंड के दिनों में ज्यादा सर्दी, खांसी होने की वजह से कान के पास से होते हुए चेहरे की नस लकवा ग्रस्त हो जाती है एवं ठंडी चीजे जैसे आईसक्रीम, बर्फ, दही ज्यादा खाने से चेहरे लकवा ग्रस्त या चेहरे की नस में इंफेक्शन हो जाता है और इंफेक्शन बढ़ जाने से लकवा की संभावना बढ़ जाती है। इसका दवाईयों के साथ-साथ फिजियोथैरेपी ही एकमात्र इलाज है। जिसमें मसल्स स्टिम्युलेटर मशीन के द्वारा चेहरे की विभिन्न भावों को एक्सरसाइज के माध्यम से ठीक किया जाता है। नन्हें बच्चों का इलाज फिजियोथैरेपी के माध्यम से किए जाने पर वे पूर्णत: ठीक हो जाते हैं। ओम के पालक डॉक्टरों के इलाज से संतुष्ट हुए और जिला जतन शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र के डॉक्टरों की टीम को धन्यवाद दिया।