लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे. 340.824 किमी लंबा ये एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सत्ता संभालने के बाद पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू करवाया था. इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है.
इन शहरों से निकलेगा एक्सप्रेस वे
ये एक्सप्रेस वे जनपद लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर निकलेगा. सरकार का दावा है कि यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा.
पीएम मोदी ने की थी तारीफ
मार्च, 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में आने से पहले प्रदेश में केवल दो एक्सप्रेस वे ही मौजूद थे. अब इनकी संख्या में इजाफा होने को है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से राज्य में एक्सप्रेस वे के निर्माण में उत्साह दिखाया है, उसकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की थी. पिछले साल देव-दीपावली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी आए थे, तो उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश अब ‘एक्सप्रेसवे प्रदेश’ बन चुका है.
सिर्फ यूपी ही नहीं बिहार के लोगों को भी मिलेगा फायदा
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से न सिर्फ यूपी के बल्कि बिहार के लोगों को भी फायदा मिलेगा. इसके बनने के बाद अब दिल्ली से बिहार तक का सफर भी आसान हो जाएगा. दरअसल, दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए आगरा, फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से लखनऊ तक का सफर पूरा होगा. इसके बाद लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से गाजीपुर आसानी से पहुंचा जा सकेगा. गाजीपुर से बिहार बॉर्डर की सीमा सिर्फ 20 किमी दूर है. ऐसे में अब इस एक्सप्रेस वे के बनने के बाद बिहार के लोगों के लिए भी दिल्ली दूर नहीं रहेगी.