राहुल शर्मा ने संतूर वादन से कश्मीर के पहाड़ी संगीत की बिखेरी महक

रायगढ़। देश के प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा के पुत्र राहुल शर्मा ने आज चक्रधर समारोह में रायगढ़ की धरती को संगीत के सुरों सराबोर कर दिया। संतूर के सुर के जरिए उन्होंने कश्मीर के पहाड़ी संगीत से कला प्रेमियों को रूबरू करवाया। राहुल शर्मा ने अपने पिता शिव कुमार शर्मा से संतूर सीखा। श्री शर्मा ने एडिनबर्ग फेस्टिवल सहित देश.विदेश के तमाम कल मंचों पर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में भी अपने संगीत से रूबरू कराया। श्री राहुल विश्व विख्यात तबला वादक श्री जाकिर हुसैन के साथ संतूर का संगत कर चुके हैं।

संतूर एक तन्त्री वाद्य यंत्र है। इसका भारतीय नाम ‘शततंत्री वीणा’ यानी सौ तारों वाली वीणा है जिसे बाद में फारसी भाषा से संतूर नाम मिला। संतूर मूल रूप से कश्मीर का लोक वाद्य यंत्र है और इसे सूफी संगीत में इस्तेमाल किया जाता था। इसे विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने का श्रेय पंडित शिवकुमार शर्मा को जाता है।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here