रायगढ़ – रामदास द्रौपदी फाउन्डेशन के संरक्षक रामदास अग्रवाल के पहल पर रामदास द्रौपदी फाउन्डेशन द्वारा रायगढ़ नगर पालिक निगम क्षेत्र में लाॅकडाउन के कारण असमर्थ जरूरतमंद व्यक्तियों के जरूरतों के मद्देनजर भोजन सामाग्री वितरित किया जा रहा है और यह वितरण लाॅकडाउन बढ़ने के स्थिति में निरंतर जारी रहेगा। सामाग्री की वितरण व्यवस्था रामदास द्रौपदी फाउन्डेशन में समर्पित सेवादारों द्वारा किया जा रहा है। साथ ही लाॅकडाउन में फंसे लोगों के लिए पका हुआ भोजन लाॅकडाउन आरंभ होने के दिनों से ही रामदास द्रौपदी फान्डेशन द्वारा थाना सिटी कोतवाली, थाना कोतरा रोड, थाना चक्रधरनगर व जुटमिल चौकी के प्रभारियों के सहयोग से जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। यदि किसी भी व्यक्ति को ऐसे लोगों की जानकारी हो कि वे लाॅकडाउन के कारण फंसे हुए हैं तो उनकी सूचना पुलिस को दें। वहीं आर्थिक परेशानी से गुजर रहे लोगों तक जरूरी दवाओं (जैसे बीपी या सुगर आदि) की भी उपलब्धता फाउन्डेशन द्वारा करायी जा रही है। साथ ही साथ फाउन्डेशन के निवेदन पर नगर के प्रतिष्ठित डॉक्टर, डॉक्टर राजू द्वारा डाॅक्टरी परामर्श फोन पर दिया जा रहा है। उपरोक्त सभी सेवाओं के लिए फाउंडेशन के निम्न नम्बरों पर सम्पर्क कर सकते हंै। इस संकट के घड़ी में रामदास द्रौपदी फाॅउन्डेशन जरूरतमंद लोगों के साथ खड़ा है। आइए हम सब मिलकर कोरोना को हराने के लिए लाॅकडाउन को सत प्रतिशत सफल बनाने के दिशा में कार्य करें और उसमें आ रहे परेशानियों को मिलजुल कर बांटे।
रायगढ़ शहर का प्रतिष्ठित व प्रखर समाज सेवी रामदास अग्रवाल के ज्येष्ठ पुत्र सुनील रामदास द्वारा वर्ष 2014 से दस सूत्री कार्यक्रम को लेकर रामदास द्रौपदी फाउन्डेशन की स्थापना की गयी थी। यह फाउन्डेशन पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम आदि चलाया जाता रहा है। इन कार्यों में उनके अन्य दोनों पुत्रों अनिल रामदास एवं सुशील रामदास की भी अहम भूमिका रहती है। अब चुकि कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व के मानव जाति पर संकट उत्पन्न हो चुका है। इसके कारण जहां एक तरफ पूरी आर्थिक गतिविधियां रूक गयी हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपने जीविकोपार्जन के लिए भी संसाधन नहीं जूटा पा रहे हैं। वैसे लोगों के लिए अपनी सेवा धर्मिता को बल देते हुए रामदास द्रौपदी फाॅउन्डेशन के संरक्षक रामदास अग्रवाल ने इस संकट के घड़ी में उनके साथ खड़े होकर उनके संकट को बाटने की एक छोटी सी पहल की है।