रायगढ़, 14 अक्टूबर 2020/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज रायगढ़ से धरमजयगढ़ तक की सड़क सुधार के लिये सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों तथा मार्ग में संचालित उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ गहन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों और उद्योग प्रतिनिधियों को निर्देशित करते हुये कहा कि औद्योगिक जिला रायगढ़ में अत्यधिक मात्रा में वाहनों का परिवहन होता है तथा जिले के तीन विकासखण्डों को मुख्यालय से जोडऩे की यह मुख्य सड़क है, लिहाजा नागरिकों की बड़े पैमाने पर आवाजाही होती है इसलिये इस सड़क का जल्द सुधार किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिये कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर पीडब्लूडी ने सर्वे कर कार्ययोजना तैयार की है जिसमें विभाग के साथ-साथ इस मार्ग में संचालित उद्योगों की भी सहभागिता होगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने निरीक्षण के दौरान सड़क के विभिन्न पेच पर वहां स्थापित उद्योगों में वाहनों के प्रवेश के लिये सड़क से बनाये एप्रोच रोड के साथ मुख्य मार्ग के दोनों ओर 100-100 मीटर का सड़क निर्माण करने के निर्देश दिये। जिन जगहों की स्थिति ज्यादा खराब है वहां फौरी तौर पर गड्ढों को भरने तथा तात्कालिक राहत के लिये कार्य करने के निर्देश दिये। साथ ही जिन स्थानों पर पानी का जमाव होता है वहां निकासी के लिये ड्रेनेज एवं टे्रफिक के अनुसार सड़क का चौड़ीकरण तथा उसकी स्ट्रेंथलिंग किया जाये, इसकी सभी डिटेल्स कार्ययोजना में उल्लेखित करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री सिंह ने ईईपीडब्लूडी के साथ माइनिंग व उद्योग विभाग को निर्देशित करते हुये कहा कि सड़क सुधार के लिये उद्योगों के जिम्मे आने वाले पैच का एस्टीमेशन तैयार कर उद्योगों को शीघ्र कार्य आबंटित करें। सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता के साथ-साथ एकरूपता का भी ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि इस मार्ग पर संचालित पेट्रोल पंप, ढाबों तथा अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों जिन्होंने अपने प्रतिष्ठान के सामने की जमीन रोड के मुकाबले ऊंची कर ली है और वहां से पानी बहकर सड़क पर आता है उन्हें डे्रनेज बनाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री सिंह ने ईईपीडब्लूडी के साथ माइनिंग व उद्योग विभाग को निर्देशित करते हुये कहा कि सड़क सुधार के लिये उद्योगों के जिम्मे आने वाले पैच का एस्टीमेशन तैयार कर उद्योगों को शीघ्र कार्य आबंटित करें। सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता के साथ-साथ एकरूपता का भी ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि इस मार्ग पर संचालित पेट्रोल पंप, ढाबों तथा अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों जिन्होंने अपने प्रतिष्ठान के सामने की जमीन रोड के मुकाबले ऊंची कर ली है और वहां से पानी बहकर सड़क पर आता है उन्हें डे्रनेज बनाने के निर्देश दिये।