रायगढ़। रोजना की तरह स्टाफ बस से बरौद माइंस एसईसीएल कर्मचारी शनिवार की सुबह तालाब में चोटिल उफनती लाश की मिलने से सनसनी फैल गई थी। लाश मिलने के बाद हत्या व अन्य कई तरह के कयास लगाए जा रहे है।वही 48 घण्टे के बाद भी उक्त मौत के बारे में पुलिस के पास कोई महत्त्वपूर्ण सुराग हासिल नही कर पाई है।
ज्ञात हो कि शनिवार सुबह सतनामी पारा वार्ड क्रमांक 04 में रहने वाली शांति कोल ने बताई की इसका पति मृतक कोमल कोल एसईसीएल बरौद में नौकरी करता है। जो प्रतिदिन सुबह 6 बजे स्टफ बस में बैठकर ड्यूटी जाता और शाम 4 बजे तक वापस आ जाता था । वही शुक्रवार को सुबह 6 बजे बरौद काम में जाने के लिए निकला था परन्तु 04 बजे शाम तक नहीं आया तब रात 8 बजे उसके मोबाइल पर फोन लगाई तो बताया कि कंचनपुर आसपास पहुंचा हूं थोड़ी देर में पहुंच जाऊंगा किन्तु रात्रि करीब 09 बजे तक नहीं पहुंता तो फिर शांति कोल अपने पति के मोबाइल में फोन लगाई तो मोबाइल बंद बताया । वही रात्रि में कोमल कोल घर नहीं पहुंचा। सुबेरे गांव वालों ने बताया कि एक आदमी का भाठामुड़ा तालाब पर पड़ा है तब जाकर दिखी तो कोमल कोल की लाश मृत अवस्था मे बरामद हुआ था।
शरीर मे मारपीट का मिला था चोट
लाश मिलने के बाद मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद हो गए थे। मृतक के सिर, भाव, नाक, मुंह में चोट था। जहां शव को देखकर तरह-तरह की चर्चाएं करते हुए अपने अपने स्तर में कहानी गढ रहे थे। वही लाश की अवस्था को देखकर महिला की पत्नी ने मारपीट कर लाश को तालाब में फेंके जाने की कयास लगा रहे थे। घरघोड़ा पुलिस जांच कर रही है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट अप्राप्त है । इससे मामला पेचीदा हो गया है
मौत पर पुलिस खंगाल रही कुंडली
शरीर मे चोट व पत्नी द्वारा हत्या की आशंका जताई थी इससे प्रथम दृष्टया हत्या स्थानीय लोग व पुलिसकर्मी भी दबे जुबान स्वीकार कर रहे है। इसे देखते हुए पुलिस अब मौत के बाद कल रिकार्ड व दफ्तर माइंस में किसी से विवाद एवं अन्य पहलूओं पर पड़ताल करते हुए हर एंगल को खंगाल रही है।