16 मई, शनिवार की शाम तक भीषण चक्रवाती तूफान Amphan अंफन उठ सकता है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात का रूप धारण कर सकता है। यदि यह सक्रिय हो गया तो खतरनाक साबित हो सकता है। बंगाल की खाड़ी में उठने वाले इस तूफान के असर को देखते हुए मौसम विभाग ने कई राज्यों को अलर्ट किया है। इसके चलते तेज आंधी और भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में ओडिशा के चार तटीय जिलों को विशेष सतर्क रहने को कहा गया है, जबकि 12 अन्य जिलों के लिए भी अलर्ट जारी किए गए हैं। एहतियातन सभी सरकारी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि कम दबाव का क्षेत्र शनिवार शाम तक चक्रवात में तब्दील हो सकता है।
इसके बाद यह उत्तर पश्चिम और रविवार शाम तक उत्तर-पूर्व की तरफ बढ़ेगा। हालांकि यह कहां पर लैंडफाल करेगा, अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। गजपति से लेकर मयूरभंज तक 12 जिले के लिए सतर्क सूचना जारी की गई है। चार तटीय जिले बालेश्वर, भद्रक, जगतसिहपुर, केंद्रपाड़ा के जिलाधीश के साथ चर्चा कर किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।
वर्ष साल 2020 का पहला चक्रवाती तूफान अंफन अगले 24 घंटों में आ सकता है। आशंका जताई जा रही है कि यह लैंडफॉल से पहले अति भीषण चक्रवात के रूप में बदल जाएगा। भारत के तमाम क्षेत्रों को अलर्ट कर दिया गया है। पूर्वी तटों पर तमिलनाडु और पुडुचेरी से लेकर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मिज़ोरम और मणिपुर जैसे तटीय क्षेत्रों को अलर्ट किया गया है।
भारतीय मौसम विभाग IMD के अनुसार इस समय देश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ ही पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बिगड़ सकता है। इन राज्यों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है।
लोगों से कहा गया घरों से बाहर ना निकलें
मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहते हुए घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी है। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में तूफानी हवाओं के साथ पहले से ही भारी बारिश हो रही है। अगले 48 घंटों तक अंडमान पर इसका प्रभाव बना रहेगा। इस चक्रवाती तूफान के असर के चलते देश के आठ राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। मछुआरों को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण और सेंट्रल इलाके के समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है। जो मछुआरे समुद्र के इन इलाकों में गए हैं, उन्हें भी लौट आने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी चक्रवाती तूफान एम्फन को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के तटीय इलाकों में आगे 2-3 दिनों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
यह है तूफान की दिशा
चक्रवाती तूफान बनने के बाद 17 मई तक यह उत्तर पश्चिमी दिशा में बढ़ता रहेगा। चेन्नई से महज़ 600 किलोमीटर दूर तक पहुंचने के बाद यह अपना रास्ता बदलेगा। उत्तर दिशा में आंध्र प्रदेश के तटों की तरफ बढ़ेगा। उसके बाद इसके रास्ता बदलने की संभावना है। अनुमान है कि उत्तर तथा उत्तर पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा।
इन राज्यों को किया गया है अलर्ट
चक्रवाती तूफान की आशंका के चलते आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मिज़ोरम और मणिपुर में अलर्ट जारी किया गया है।