रायपुर 27 जनवरी 2020। ….तो क्या कारोबारी प्रवीण सोमानी का अपहरण गलती से हुआ था ?….क्या किडनैपर्स के निशाने पर कोई और था ?….ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि अपहर्ताओं के गैंग मेंबरों ने बताया है कि वो राजधानी में किसी और को अपना शिकार बनाने आये थे, लेकिन गलती से प्रवीण उनके हाथ लग गया। राजधानी से कारोबारी को उठा ले जाने वाले गिरोह के तीन सदस्य उड़ीसा से दबोचे गये हैं। पुलिस ने इस मामले में शिशिर स्वायी, तूफान गोंड और प्रदीप भूयान को उड़ीसा के गंजाम से पकड़ा है।
SSP आरिफ शेख के मुताबिक तीनों पुराने अपराधी हैं और लूट व अन्य मामले में सूरत जेल की हवा खा चुके हैं। इसी दौरान ये चंदन सोनार गैंग के पप्पू चौधरी के संपर्क में आये थे। पप्पू चौधरी ने ही जेल में रहते हुए अपहरण की योजना बनायी थी। इसके बाद पप्पू चौधरी नवम्बर 2019 में बाबू, शिशिर और तूफान गोड़ से मिलने उड़ीसा भी आया था। सभी पटना में अपहरण की योजना बनाकर तीन जनवरी को सिलतरा से व्यवसायी प्रवीण सोमानी का अपहरण कर उसे उत्तरप्रदेश ले गये थे।
घटना के बाद से ही पुलिस व्यवसायी की खोज करते हुये उत्तरप्रदेश, बिहार सहित पांच राज्यों में छापेमारी की थी। इस छापेमारी से घबराकर अपहरणकर्ता व्यवसायी प्रवीण सोमानी को उत्तरप्रदेश के फैजाबाद में छोड़कर फरार हो गये थे। पुलिस ने प्रवीण सोमानी को सकुशल बरामद करके दो आरोपियों को पकड़कर कुल 10 आरोपियों को चिंहाकिंत किया था। जिसके बाद पुलिस को इस घटना से संबंधित तीन आरोपियों के उड़ीसा में होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को उड़ीसा के गंजाम से गिरफतार किया है।
बता दें, तीन जनवरी को व्यवसायी प्रवीण सोमानी का अपहरण सिलतरा इलाके से हुआ था। इस अपहरण कांड में चंदन सोनार गैंग का नाम आया था। ये गिरोह मूलतः बिहार से है, और देश के कई बड़े व्यापारियों के अपहरण कांड में इनकी भूमिका भी रही है। व्यवसायी के अपहरण की घटना के बाद से ही डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश पर 60 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की एक विशेष टीम तैयार की गयी थी। टीम ने आरोपियों की खोज में पांच राज्यो में छापेमारी की गयी। पुलिस ने इस मामले में अबतक के पांच आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है, जल्द ही पांच और लोगों की बात पुलिस कर रही है।