बिलासपुर। एसपी दीपक झा ने शुक्रवार को 16 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया है। इसमें वे पुलिसकर्मी शामिल हैं, जिनके खिलाफ एफआइआर है या विभागीय जांच चल रही है। इससे पहले विधायक शैलेष पांडेय ने विधानसभा में जिले के ऐसे पुलिस कर्मियों की संख्या पूछी थी, जिनके खिलाफ थानों में जुर्म दर्ज है। इसका गृहमंत्री ने सदन में जवाब दिया था। शुक्रवार को की गई कार्रवाई को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं, आइजी रतनलाल डांगी ने पहले ही ऐसे पुलिसकर्मियों को थाने से हटाने के निर्देश दिए थे।
शुक्रवार को जारी आदेश में एसपी दीपक झा ने एक एसआइ, दो एएसआइ, एक हवलदार सहित 16 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। एसपी झा के इस आदेश के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। इस आदेश में एसआइ सीएस नेताम को मस्तूरी थाने, एएसआइ शांतिलाल टोप्पो को पचपेड़ी थाने, एएसआइ दादूरैया सिंह को तोरवा थाने, प्रधान आरक्षक अनिल साहू को बिल्हा थाने, आरक्षक कृष्ण कुमार पांडेय को पचपेड़ी थाने, मार्तण्डदेव उपाध्याय को हिर्री थाने, जितेंद्र मनहर को मस्तूरी थाने, देवंेद्र साहू को बिल्हा थाने, संजय श्याम को कोटा थाने, ध्रुव पाण्डेय को यातायात थाने, सूरज कुर्रे को तारबाहर थाने, संतोष मरकाम को हिर्री थाने, गौकरण सिन्हा को सकरी थाने, विकास कुर्रे को मस्तूरी थाने, चंद्र राजपूत को सिविल लाइन और घनश्याम यादव को रतनपुर थाने से पुलिस लाइन भेजा गया है।
पदभार ग्रहण करने के बाद ही दिए थे निर्देश
आइजी रतनलाल डांगी ने रेंज आइजी का पदभार ग्रहण करने के बाद ऐसे पुलिस कर्मियों को थाने से हटाने के निर्देश दिए थे, जिनके खिलाफ जुर्म दर्ज हैं। इसके साथ ही जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है उन्हें भी थाने से हटाने को कहा था। इसके बाद तत्कालीन एसपी प्रशांत अग्रवाल ने गंभीर मामलों में आरोपित पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया था। शुक्रवार को एसपी दीपक झा ने एक साथ 16 पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया।